हरिद्वार, चार धाम यात्रा के दौरान अभी तक यमुनोत्री में हार्ट अटैक से कई लोगों की मौत हो चुकी है जिसकी केंद्र सरकार ने मदद के लिए एनडीआरएफ की टीम भेजी है। इसके अलावा आईटीबीपी के जवानों को भी पैदल यात्रा मार्गों पर मदद के लिए तैनात किया गया है। पैदल यात्रा करते समय अचानक तबीयत बिगड़ने पर एनडीआरएफ और आईटीबीपी के जवान तीर्थयात्रियों की मदद कर उन्हें तत्काल नजदीकी मेडिकल कैंप तक पहुंचाएंगे।
मिली जानकारी अनुसार उत्तराखंड के मुख्य सचिव एसएस संधू ने जानकारी देते हुए बताया कि चारों धामों में लगातार बढ़ रही भीड़ को देखते हुए भारत सरकार ने आईटीबीपी और एनडीआरएफ (NDRF) की तैनाती कर दी है दरअसल चारों धामों में यात्रा शुरू होने से लेकर अब तक 28 यात्रियों की अलग-अलग कारणों से मौत हो चुकी है.
धामों में श्रद्धालुओं के आने के लिए एक निर्धारित संख्या तय कर दी है। इस तय संख्या के बाद श्रद्धालुओं के पंजीकरण नहीं हो रहे हैं। बल्कि आगे की तारीख के लिए पंजीकरण कराए जा रहे हैं। श्रद्धालुओं को धामों में सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं। उनके स्वास्थ्य, रहने के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। कहा कि चारधाम यात्रा दो साल बाद शुरू हुई है। कोरोना के कारण सीमित संख्या में ही यात्रा चली। यही वजह है, जो इस बार श्रद्धालु बड़ी संख्या में आ रहे हैं।
सोशल मीडिया से लेकर टीवी और अखबारों में चारों धामों में अव्यवस्थाओं को लेकर लगातार खबरें आ रही है. जिसके बाद ना सिर्फ उत्तराखंड सरकार बल्कि भारत सरकार ने भी चारों धामों में सुरक्षित और सुचारू यात्रा के लिए अधिकारियों के साथ एक्स्ट्रा फोर्स की भी तैनाती कर दी है. जिसमें गंगोत्री यमुनोत्री बद्रीनाथ और केदारनाथ,बदरीनाथ धामों में आइटीबीपी और एनडीआरएफ की तैनाती की गई है.
 
            













