उत्तराखंड एसटीएफ स्पेशल टास्क फोर्स की टीम ने पॉश इलाका बसंत विहार क्षेत्र में एक इंटरनेशनल कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है। कॉल सेंटर से विदेशों में बैठे बुजुर्गों को ठगी का शिकार बनाया जाता था। ठगों से भारी मात्रा में कंप्यूटर मोबाइल और अन्य उपकरण जब्त किए गए हैं। इस दौरान पांच लोगों के साथ बड़ी संख्या में इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और लाखों की रकम बरामद हुई है। जांच में ठगी का बड़ा खुलासा हो सकता है। एसएसपी ने बताया कि अभी कार्रवाई जारी है।
मिली जानकारी के अनुसार एसएसपी एसटीएफ अजय सिंह ने बताया कि इस कॉल सेंटर के बारे में शिकायत मिली थी। मामले की जांच के लिए एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक स्वतंत्र कुमार और पुलिस उपाधीक्षक अंकुश मिश्रा के नेतृत्व में दूरसंचार विभाग, साइबर पुलिस और वसंत विहार पुलिस की संयुक्त टीम गठित की गई। बृहस्पतिवार देर रात टीम ने वसंत विहार स्थित क्वीन्स टावर में स्थित कॉल सेंटर में दबिश दी। मौके पर मौजूद कर्मचारियों से पूछताछ की गई तो वे कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। ठग सोशल सिक्योरिटी नंबर (एसएसएन) हासिल कर उनका व्यक्तिगत विवरण हासिल कर लेते हैं। बुजुर्गों को वाइस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल (वीओआइपी) कॉल करके पुलिस अधिकारी व लॉ इंफोरर्समेंट एजेंसी का अधिकारी बनकर उन्हें धमकाते थे। ठगों की ओर से बुजुर्गों को फोन करके कहा जाता था कि आप गैर कानूनी काम कर रहे हैं या आपके बैंक खाते का किसी ऐसे अकाउंट से संबंध है जोकि अवैध कार्य से संबंधित है। आपके एसएसएन नंबर से एक पता और जुड़ा है जहां अवैध हथियार या नशा तस्करी का सामान बरामद हुआ है। गिरफ्तार किए गए शातिरों में दानिश अत्री निवासी विष्णु गार्डन नई दिल्ली, संदीप गुप्ता निवासी मंगोलपुरी नई दिल्ली, अर्चित विलफ्रिड निवासी शनि मंदिर कैनाल रोड देहरादून, नारायण अधिकारी निवासी सेक्टर सात रोहिणी नई दिल्ली व आयुष्मान मल्होत्रा निवासी शाहदरा नई दिल्ली शामिल हैं।
पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार फर्जी अंतरराष्ट्रीय कॉल सेंटर का पर्दाफाश करने वाली टीम को उत्साहवर्धन के लिए 20 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की है। साथ ही टेलीकम्न्यूकेशन की टीम की प्रशंसा करते हुए उन्हें प्रशस्ति पत्र से सम्मानित करने को कहा है।