हरिद्वार,उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बिहार से दिल्ली जा रही स्लीपर बस में आग लग जाने से पांच लोगों की मौत हो गई. मृतकों की पहचान सीतामढ़ी के गमबारा के साढ़े तीन साल के देवराज, उसकी 2 साल की बहन साक्षी और समस्तीपुर की 55 वर्षीय लख्खी देवी, 27 वर्षीय विवाहिता बेटी सोनी के रूप में हुई है. इसके अलावा एक मृतक बेगूसराय का रहने वाला है, जिसकी पहचान मधुसूदन के रूप में हुई है. घटनास्थल का मंजर देख, किसी का भी दिल दहल जाए. वहीं इस हादसा का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान ले लिया है.
बिहार के बेगूसराय से दिल्ली की तरफ जा रही एक प्राइवेट स्लीपर बस (बस संख्याः UP17 AT 6372) में लखनऊ के किसान पथ पर लखनऊ- रायबरेली रोड, मोहनलालगंज के ऊपर शार्ट सर्किट से आग लग गई। आग लगने के बाद भी यह बस करीब एक किलोमीटर तक दौड़ती रही। ड्राइवर और कंडक्टर तुरंत मौके से भाग निकले। बस में बैठे यात्रियों को पुलिस और आम लोगों की मदद से कांच को तोड़कर बाहर निकाला गया। दमकल की गाड़ियों ने करीब आधे घंटे में आग पर काबू पा लिया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बस की गैलरी में यात्रियों का सामान रखा हुआ था। आग लगने पर यात्री पहले अपना सामान निकालने की कोशिश करने लगे। इस अफरा-तफरी में कई लोग वहीं फंसकर गिर गए।बस में धुआं तेजी से फैलने लगा, जिससे लोगों को सांस लेना मुश्किल हो गया। बस के इमरजेंसी गेट को लोगों ने खोलने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं खुला। धुआं लगातार बस में भरता जा रहा था, जिससे लोगों को बाहर निकलने में काफी दिक्कत हुई।ड्राइवर की सीट के पास एक अतिरिक्त सीट लगी हुई थी। इस सीट के कारण गैलरी में निकलने का रास्ता और संकरा हो गया। कई यात्री इस सीट में फंसकर गिर गए। पीछे से आने वाले लोग उन्हें कुचलते हुए निकल गए