उत्तराखण्ड पुलिस फ़ोर्स में अब महिला कमांडो व स्मार्ट चीता पुलिस दस्ते का भी गठन किया जा रहा है। इस दस्ते को सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत आज विधिवत रूप से हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। ट्रेनिंग के बाद इन महिला कमांडो दस्ते को हरिद्वार महाकुम्भ में पहली तैनाती मिलेगी जो महाकुम्भ में सुरक्षा देंगी। कमांडो ये नाम सुनते ही भारत के 7 घातक कमांडो फोर्स जहन में आते हैं, जिसमे मार्कोस फोर्स, पैरा कमांडोज फोर्स, घातक फोर्स ,गरुड़ कमांडो फोर्स, NSG, एसपीजी और कोबरा कमांडो का नाम सामने आता है। राज्य पुलिस की बात करें तो राज्य में एटीएस यानि कि एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड के ही कमांडो देखने को मिलते हैं, लेकिन अब उत्तराखंड में पुलिस विभाग के अलग अलग इकाई की महिला पुलिस की जवान विशेष ट्रेनिंग लेकर कमांडो के रूप में तैयार किया हो रही हैं।
मिली जानकारी के अनुसार आज मुख्यमंत्री रावत पुलिस लाइन देहरादून से की। जहां 150 महिला और पुलिस सिपाहियों ने अपने तेवर दिखाए।चीता पुलिस के इन सिपाहियों को अत्याधुनिक शॉर्ट रेंज वेपन (पिस्टल) चलाने की ट्रेनिंग दी गई है। इसके साथ ही मौके पर जाने और लोगों से बातचीत करने आदि के बारे में भी उन्हें करीब एक महीने तक प्रशिक्षित किया गया है वही रावत ने कहाँ की मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि स्कूलों एवं कॉलेजों की छात्राओं को भी प्रारंभिक आत्मरक्षा के गुर सिखाने जरूरी हैं। बेटियों को मोटिवेशन देना जरूरी है। यह समाज की आवश्यकता है। कहा कि सरकार का प्रयास है कि आने वाले समय में प्रदेश में बेटियों को आत्मरक्षा की दृष्टि से प्रशिक्षित किया जाए। सरकार महिला सशक्तीकरण की दिशा में अनेक प्रयास कर रही है। उन्होंने चमोली आपदा में महिला अधिकारियों की भूमिका को भी सराहा। कहा कि जिलाधिकारी, एसडीआरएफ, आइटीबीपी और पुलिस की महिला अधिकारियों ने जिस प्रकार से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया और राहत कार्य में तत्परता दिखाई वह एक मिसाल है।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कमांडो प्रशिक्षक शिफूजी शौर्य भारद्वाज, सैन्य अधिकारी रूबीना कार्की, स्मार्ट चीता पुलिस के व्यवहारिक एवं आंतरिक प्रशिक्षण में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले पुलिसकर्मी चंदन सिंह, सूरज सिंह एवं शिव सिंह को बेस्ट स्मार्ट चीता पुलिसिंग के लिए प्रशस्ति पत्र एवं मेडल प्रदान किया। साथ ही समस्त महिला कमांडो के उत्साहवर्धन के लिए महिला उपनिरीक्षक पूजा रानी को मेडल प्रदान किया।