हरिद्वार, उत्तराखंड में चमोली जिले के जोशीमठ में जेसीबी मशीन उपकरण और बचाव दल सुरंग से लोगों को बाहर निकल रहे हैं। यहां बचाव अभियान चल रहा है। मगर ऋषिगंगा नदी में पानी के स्तर में वृद्धि के कारण इस अभियान को अस्थायी रूप से रोक दिया गया है। उत्तराखंड डीजीपी अशोक कुमार के अनुसार नदी में पानी के स्तर में वृद्धि के कारण बचाव अभियान अस्थायी रूप से रोका गया है। निचले इलाकों को खाली करने के आदेश दिए गए हैं। एनटीपीसी परियोजना निदेशक उज्जवल भट्टाचार्य के अनुसार ड्रिलिंग के बाद हम छह मीटर की दूरी तक पहुंच गए और फिर महसूस हुआ कि वहां पानी आ रहा है। अगर हम ड्रिलिंग जारी रखते तो चट्टानें अस्थिर होतीं और समस्याएं बढ़ जातीं। ऐसे मेें हमने ड्रिलिंग ऑपरेशन को कुछ समय के लिए स्थगित कर दिया था
मिली जानकारी के अनुसार डेढ़ घंटे के बाद हालात के जायजे लेने के लिए एयर फोर्स की टीम ने आपदा ग्रस्त ग्लेशियर और 10 गांव का दौरा किया जिसमें स्थिति सामान्य पाई गई जिसके बाद रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया इसीलिए ड्रिलिंग रोककर अब फिर से मुख्य टनल से मलबा हटाने का काम शुरू किया जा रहा है। टनल के भीतर रविवार से 34 लोग फंसे हुए हैं। ये सभी फलशिंग टनल में काम करने गए थे। डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि बचाव अभियान के तहत हम कल तक सुरंग में मलबा हटाने का काम कर रहे थे। अंदर देखने के लिए हमने छोटी सुरंग में ड्रिलिंग भी शुरू की थी, लेकिन मशीन के टूटते ही इसे अस्थायी रूप से रोक दिया गया है।