देहरादून स्थित पुलिस लाइन में विदाई समारोह के दौरान परेड डीजीपी अनिल रतूडी को शानदार तरीके से विदाई समारोह किया गया वही इस दौरान भव्य परेड का आयोजन किया गया परेड के दौरान सलामी दी गयी इसे देख कर डीजीपी अनिल रतूड़ी भावुक हो गये अपने कार्यकाल के दिन और साथियों को याद कर डीजीपी रतूड़ी ने विदाई समारोह में शिरकत की. आपको बता दें अनिल रतूड़ी 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी थे डीजीपी ने कहा कि व्यक्ति अकेला कुछ नहीं कर सकता लक्ष्य प्राप्ति के लिए टीम वर्क का होना बहुत जरूरी है। कोरोना काल के दौरान जो शालीनता उत्तराखंड पुलिस ने दिखाई है इससे नया इतिहास बना है।
पुलिस महानिदेशक ने कार्यकाल के दौरान सहयोग देने पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री, शासन के अधिकारियों का भी धन्यवाद किया। साथ ही हर पल साथ देने के लिए पत्नी राधा रतूड़ी का भी धन्यवाद किया। इससे पहले पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने कहा कि उत्तराखंड स्थापना से लेकर अब तक पुलिस महानिदेशक अनिल के रतूड़ी की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। उनका नाम पुलिस के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा।
मिली जानकरी के अनुसार आज डीजीपी अनिल रतूड़ी सेवानिवृत हो रहे जिसके बाद उनको सलामी दी गयी वही उत्तराखंड के नये डीजीपी अशोक कुमार होंगे डीजीपी अनिल रतूड़ी ने इस मौके पर कहा कि हम लोग जो भी कर सके हैं, उसके पीछे फोर्स व टीम भावना बेहद अहम है. उन्होंने कहा कि साल 2000 में वे ओएसडी के रूप में उत्तराखंड आए थे और आज वे डीजीपी जैसा महत्वपूर्ण पद संभाल रहे हैं. उन्होंने कहा कि राज्य पुलिस के सिपाही और दारोगा बहुत शालीन, सभ्य, मानवीय व प्रोफेशनल तौर पर बेहद आगे हैं. उन्होंने उत्तराखंड पुलिस को देश में सबसे बेहतर बताया. रतूड़ी ने कहा कि COVID-19 महामारी को देखते हुए भी राज्य पुलिस ने शानदार काम किया है. डीजीपी ने अलग उत्तराखंड राज्य बनने के बाद हुए विकास कार्यों व हुए कामों को भी गिनाया. साथ ही नए डीजीपी अशोक कुमार को भी बधाई दी. परेड का नेतृत्व सहायक पुलिस अधीक्षक रेखा यादव, सीओ सिटी शेखर सेवा पल्लवी त्यागी ने किया। सबसे पहले पुलिस महानिदेशक ने परेड का निरीक्षण करते हुए जवानों की सलामी ली। परेड में ट्रैफिक पुलिस, नागरिक पुलिस बल, पुलिस पीएसी वाहिनी, आईआरबी, फायर ब्रिगेड, सीपीयू की टुकड़ी शामिल रही।