हरिद्वार, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने आदेश अनुसार वीआईपी कल्चर खत्म करने का फैसला कर लिया है इस दौरान कई वीआईपी की गाड़ियों से नीली और लाल बत्ती उतारी गई वहीं हूटर और काली फिल्म लगाने वालों के चालान भी काटे गए वही एक उत्तर प्रदेश के डीएसपी की प्राइवेट गाड़ी पर लाल और नीली बत्ती लगी हुई थी जो उत्तराखंड पहुंची इस दौरान गोपेश्वर के थाना अध्यक्ष वाहन चेकिंग कर रहे थे वही गाड़ी देखकर थाना अध्यक्ष ने गाड़ी को रोक लिया गाड़ी में बैठे युवक ने अपने आप को उत्तर प्रदेश का डीएसपी बताना शुरू कर दिया और पुलिस पर रोब झाड़ने लगा लेकिन उत्तराखंड पुलिस ने उसकी एक न सुनी और चालान काट दिया
मिली जानकारी अनुसार मामला चमोली जिले के गोपेश्वर नगर क्षेत्र का है। गोपेश्वर थानाध्यक्ष कुलदीप सिंह राष्ट्रीय राजमार्ग 107 पर जीरो बैंड तिराहे के पास केदारनाथ से बदरीनाथ की तरफ जा रहे यात्री वाहनों की चेकिंग कर रहे थे। इतने में उन्हें लाल नीली बत्ती लगी बिना नंबर प्लेट की एक मारुति आर्टिगा कार तेज रफ्तार से जीरो बैंड से चोपता की ओर जाती दिखी।
एसओ ने कार को रुकवाया और चालक से बिना नंबर प्लेट की गाड़ी पर लाल-नीली बत्ती लगाने का कारण पूछा। इतने में कार से उतरकर एक व्यक्ति ने एसओ को अपना परिचय यूपी के डिप्टी एसपी (डीएसपी) के तौर पर दिया और एसओ से अभद्रता शुरू कर दी। साथ ही डीएसपी बताने वाला व्यक्ति एसओ को उनके उच्च अधिकारियों को मौके पर बुलाने की मांग करने लगा। पुलिस ने उससे आइकार्ड मांगा तो वह कोई दस्तावेज नहीं दिखा सके। इस बात को देखते हुए आसपास के लोग इकट्ठा हो गए भीड़ इकट्ठा होने के बाद थानाध्यक्ष कुलदीप सिंह ने गाड़ी पर काली फिल्म लगी होने पर गाड़ी का चालान करने के साथ ही गाड़ी से नीली बत्ती भी उतार कर भविष्य में ऐसा न करने की चेतावनी दी