हरिद्वार,उत्तराखंड में अल्मोड़ा जिले के द्वाराहाट से कांग्रेस विधायक मदन सिंह बिष्ट के विरुद्ध वहां एक स्थानीय इंजीनियरिंग कॉलेज के निदेशक के आवास पर हंगामा करने तथा उन्हें अपशब्द कहने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। घटना के दौरान विधायक के साथ उनके कुछ साथी भी थे। निदेशक ने घटना के मददेनजर दहशत में आने और अपने तथा अपने परिवार के लिए सुरक्षा की मांग भी पुलिस से की है।
मिलि जानकारी अनुसार डॉयरेक्टर डॉ. केकेएस मेर ने अपनी तहरीर में कहा कि शनिवार रात करीब साढ़े नौ बजे नारायण सिंह रावत नाम के व्यक्ति ने उन्हें फोन किया और विधायक मदन सिंह बिष्ट से बात कराई। विधायक ने उनसे कॉलेज के कार्यों और टेंडर के संबंध में पूछताछ किया, जिसका उन्होंने जवाब दिया। इसके बाद उनके दूसरे नंबर पर कई कॉल आईं जो उन्होंने रिसीव नहीं की। निदेशक का आरोप है कि रात करीब 10 बजे विधायक अपने समर्थकों के साथ परिसर स्थित उनके आवास पहुंचे और अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए गाली-गलौज देने लगे। उनके साथ आए नारायण सिंह रावत ने विधायक से माफी मांगने के लिए कहा। बाहर नहीं आने पर दरवाजे को जोर-जोर से पीटा गया। इससे घर में मौजूद पत्नी और बेटी में दहशत में आ गईं। तहरीर के आधार पर पुलिस ने विधायक मदन सिंह बिष्ट के खिलाफ धारा 504, 506 के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
इस संबंध में विधायक की ओर से भी पुलिस को एक शिकायत दी गयी है जिसमें कहा गया है कि इंजीनियरिंग कॉलेज के निदेशक ने उनके द्वारा की गयी विभिन्न टेलीफोन कॉल का कोई जबाव नहीं देकर प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया है. हांलांकि, वर्मा ने बताया कि मेर के खिलाफ कोई प्राथमिकी अभी दर्ज नहीं हुई है. विधायक ने रविवार को द्वाराहाट में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि अगर मेर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गयी तो वह कॉलेज के गेट के बाहर आमरण अनशन करेंगे.
बिष्ट ने कहा कि वह जनप्रतिनिधियों से दुव्यर्वहार करने वाले इंजीनियरिंग कॉलेज के निदेशक के खिलाफ विधानसभा में विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव भी लाएंगे. उन्होंने कहा कि उन्हें इंजीनियरिंग कॉलेज में काम करने वाले ‘मेस’ कर्मचारियों, सुरक्षाकर्मियों तथा दैनिक वेतनभोगियों के बारे में कुछ जानकारी चाहिए थी लेकिन निदेशक ने उनकी बार-बार की गयी कॉल की अनदेखी की.