हरिद्वार,केदारनाथ धाम के गर्भगृह को स्वर्णमंडित कर दिया गया है। 550 सोने की परतों से गर्भगृह की दीवारें, जलेरी व छत को नया रूप दिया गया है। एएसआई के दो अधिकारियों की देखरेख में बुधवार सुबह तक आखिरी चरण का कार्य पूरा कर दिया जाएगा। महाराष्ट्र के एक दानीदाता के सहयोग से बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने यह कार्य किया है।
मिली जानकारी अनुसार बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि केदारनाथ धाम के गर्भगृह की दीवारों और छत को 3 दिन में 19 कारीगरों द्वारा 550 सोने की परतों से सजाया गया है. आईआईटी रुड़की, केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान, रुड़की और एएसआई की 6 सदस्यीय टीम ने धाम का निरीक्षण किया विभाग के दो अधिकारियों की मौजूदगी में दानदाता के सहयोग से बीकेटीसी ने गर्भगृह, जलेरी व छत पर सोने की परत लगाने का काम किया गया है. वहीं इस कार्य में 19 मजदूर लगे हुए थे. गौरीकुंड से 18 घोड़ा-खच्चरों से सोने की 550 परतें तीन दिन पूर्व केदारनाथ पहुंचाई गई थी.
केदारनाथ के वरिष्ठ तीर्थपुरोहित श्रीनिवास पोस्ती व पूर्व व्यापार संघ अध्यक्ष महेश बगवाड़ी सहित बीकेटीसी के ईओ रमेश चंद्र तिवारी का कहना है कि मंदिर के गर्भगृह की सोने की परतों से साज-सज्जा अभिनव पहल है। केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह को समय-समय पर नया रूप मिला है।
दशकों पूर्व केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह को खाडू घास से सजाया जाता था। घास को उगाने के लिए केदारघाटी में कुछ खेत चिह्नित किए गए थे। इसके बाद घास की जगह गर्भगृह की दीवारों व फर्श पर कटवा पत्थर लगाए गए। अस्सी के दशक में गर्भगृह की दीवारें टीन से सजाई गईं लेकिन कुछ ही वर्षों बाद इन्हें हटा दिया गया। 2017 में दानीदाता के सहयोग से मंदिर के गर्भगृह में चांदी की परतें लगाई थी।