हरिद्वार, उत्तराखंड के जोशीमठ और अन्य जिलों में लोग डरे और सहमे हुए हैं हर किसी को यह चिंता सता रही है कि अब क्या होगा इस खूबसूरत से शहर को किसकी नजर लग गई जोशीमठ में लगातार आ रही दरारें और भूधंसाव को लेकर सरकार चिंतित है वही इसके बाद नैनीताल मैं भी प्राकृतिक हलचल मच गई
मिली जानकारी अनुसार उत्तरकाशी और सीमांत पिथौरागढ़ लोगों में भी डर पैदा कर दिया है। वह प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं।उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से दस किलोमीटर की दूरी पर स्थित मस्ताड़ी गांव में भूधंसाव और घरों के अंदर पानी निकलने से जोशीमठ जैसी घटना की आशंका से ग्रामीणों के हाथ-पांव फूल गए हैं। रविवार को जब गांव में मीडिया की टीम पहुंची तो ग्रामीणों का दर्द छलक पड़ा।
वही गांव के लोगो ने उपजिलाधिकारी को ज्ञापन सौंप प्रभावित लोगों ने सुरक्षा की मांग की है। उन्होंने भूगर्भीय जांच कराने की भी मांग की है। एसडीएम एके शुक्ला ने कहा कि बगीचा में भूमि धंसने की शिकायत मिली है। प्रशासन इस मामले में निरीक्षण कर आगे की कार्रवाई करेगा
अब नैनीताल के लिए भी खतरा बढ़ गया है शहर में कुछ स्थान ऐसे हैं जिनमें 8 इंच तक दरारें पड़ गई है माल रोड तल्लीताल से मल्लीताल तक विभिन्न स्थानों पर देखने को मिली पुस्तकालय एचडीएफसी बैंक क्वालिटी रेस्टोरेंट्स आपर और लोअर रोड दोनों सड़कें लगातार भूधंसाव हो रही है