हरिद्वार, साधु-संतों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने वेब सीरीज तांडव में हिंदू देवी-देवताओं का मजाक उड़ाए जाने पर कड़ा एतराज जताया है. मंगलवार को वीडियो जारी करते हुए अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने कहा है कि वेब सीरीज जरिए जानबूझकर हिंदू देवी-देवताओं को अपमानित किया गया है. उन्होंने कहा कि इस प्रवृत्ति पर रोका जाना बेहद जरूरी है. इसके लिए संत समाज को जो कुछ भी करना पड़ेगा वो पीछे नहीं हटेगा.
मिली जानकारी के अनुसार एक वेब सीरीज आयी जिसका नाम था ‘आश्रम’। संतों ने आश्रम नाम का विरोध किया था। अब फिर से एक वेब सीरीज आ गई जिसका नाम है -‘तांडव’। अब साधु-संत इस वेब सीरीज का विरोध कर रहे हैं। संतों का सवाल है कि आखिर हिन्दू देवी-देवताओं का ही क्यों मजाक उड़ाया जा रहा है।महंत नरेंद्र गिरि ने स्पष्ट किया कि यह लगातार हो रहा है और कोई भी इसके खिलाफ आवाज उठाने को या विरोध करने के लिए बॉलीवुड में तैयार नहीं। खासकर संबंधित समुदाय विशेष के लोग। इसका साफ मतलब है कि अन्य लोगों की भी मूक सहमति इसमें है। इसलिए सभी को देश की जनता को यह विश्वास दिलाना होगा कि भविष्य में वह सनातन हिंदू धर्म के देवी देवताओं महापुरुषों का उपहास उड़ाने व उनकी मान प्रतिष्ठा को चोट पहुंचाने वाले किसी भी कार्य में भाग नहीं लेंगे और ना ही ऐसा करेंगे। चेतावनी दी कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद इस मामले में पूर्व में दिए अपने बयान पर कायम रहेगा और उसी अनुरूप कार्रवाई करेगा। वेब सीरीज तांडव पर उत्तराखंड में बैन लगाने पर सरकार विचार कर रही है। सरकार के प्रवक्ता एवं कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि सभी तकनीकी पक्षों पर विचार कर इस संबंध में कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ का किसी को अधिकार नहीं है।