हरिद्वार , उत्तराखंड में बदमाशों के हौसले बुलंद लगातार पुलिस पर गोली चलाना इनके लिए आम बात हो गया है वहीं पुलिस भी लगातार इनकी भाषा में जवाब दे रही है दो महीने पहले पीपलपड़ाव रेंज के जंगल में वनकर्मियों पर फायरिंग के मामले में फरार चल रहा मुख्य अभियुक्त गदरपुर में हुई पुलिस मुठभेड़ में पकड़ा गया है।
मिली जानकारी अनुसार वन विभाग की टीम पर फायर कर घायल करने के मामले में गदरपुर पुलिस और एसओजी पुलिस ने वांछित चल रहे बदमाश को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है. मुठभेड़ के दौरान बदमाश के पैर में गोली लगी है. आरोपी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. आरोपी गदरपुर में वन अधिनियम और केलाखेड़ा में दर्ज मुकदमे में वांछित चल रहा था. आरोपी के खिलाफ जनपद सहित यूपी में 51 मुकदमे दर्ज हैं. देर रात एसएसपी ने अस्पताल पहुंच कर एनकाउंटर की जानकारी ली. पुलिस के मुताबिक उनकी टीम को सूचना मिली थी कि वन विभाग की टीम पर फायरिंग करने वाला आरोपी संगत सिंह उर्फ संगी गदरपुर से भागने की फिराक में है. पुलिस और एसओजी टीम ने इलाके की घेराबंदी कर ली. पुलिस के अनुसार अपने आप को फंसता हुआ देख आरोपी ने पुलिस टीम पर फायर झोंक दिया. जवाबी कार्रवाई में पुलिस फायरिंग में उसके पैर में गोली लग गई और वह घायल हो गया.
पुलिस मुठभेड़ में घायल संगत बड़ा लकड़ी तस्कर है। बताया जाता है कि वह जंगल से लंबे समय से लकड़ी तस्करी करता रहा है। वनकर्मियों पर फायरिंग के मामले के बाद उसने अपने खिलाफ कार्यवाही पर रोक के लिए हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की थी। इसके चलते पुलिस उसके खिलाफ एनबीडब्ल्यू व कुर्की की उद्घोषणा की कार्यवाही नहीं कर पाई थी। एसएसपी ने बताया कि संगत के खिलाफ वन विभाग और आईपीसी के 46 केस दर्ज हैं। यूपी के थानों में भी उसके खिलाफ दर्ज केसों की जानकारी की जा रही है। बताया कि संगत ने पुलिस को देखते ही फायर झोंक दिया था। उसके पास से 12 बोर और 315 बोर के तमंचे व बाइक बरामद हुई है। यह पता किया जा रहा है कि वह बाइक कहां छिपाने वाला था। उसको शरण देने वालों पर भी कार्यवाही की जाएगी।
36 दिनों में पांच मुठभेड़, चार बदमाशाें के पैर में लगी गोली
जिले में पुलिस मुठभेड़ में अपराधियों के पकड़े जाने का सिलसिला जारी है। एसएसपी मणिकांत मिश्रा के दो महीने के कार्यकाल में पांच पुलिस मुठभेड़ हो चुकी है। इनमें चार मुठभेड़ में भागने की कोशिश में फायर झोंकने वाले चार बदमाश पुलिस की गोली से घायल हो चुके हैं।
बीते 24 सितंबर को जसपुर में पुलिस मुठभेड़ में लूट का अभियुक्त और हिस्ट्रीशीटर दिलशाद की गिरफ्तारी हुई थी। पुलिस पर फायर करने के बाद जवाब फायरिंग में वह गोली लगने से घायल हुआ था। 25 सितंबर की रात लूट का आरोपी और हिस्ट्रीशीटर साजिश काशीपुर के मिस्सरवाला में गिरफ्तार हुआ था। पुलिस से बचने के लिए साजिद ने फायरिंग की थी, लेकिन पुलिस की जवाबी फायरिंग में उसके पैर में गोली लगी थी।
17 अक्तूबर की रात नानकमत्ता में पुलिस पर फायरिंग करने का आरोपी बलजीत सिंह निवासी ग्राम टुकडी पुलिस मुठभेड़ में पुलभट्टा थाना क्षेत्र के शहदौरा के जंगल से गिरफ्तार किया गया था। पुलिस को देखकर जसपाल ने तमंचे से दो फायर झोंक दिए थे। जवाबी फायर में जसपाल के दाएं पैर में गोली लग गई और वह घायल हो गया। उनके पास से तमंचा और बाइक बरामद हुई थी। अब गदरपुर में पुलिस मुठभेड़ में संगी की गिरफ्तारी हुई है और उसके पैर पर गोली लगी है।