हरिद्वार, फॉरेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा को लेकर उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने अहम फैसला लिया है. अब 7 सेंटर्स पर दोबारा से परीक्षा करवाए जाने की तैयारी है. जिन सेंटर्स पर नकल की शिकायत थी वहां अब दोबारा से एग्जाम होंगे.
दरअसल, इस पूरी भर्ती प्रक्रिया में 57 कैंडिडेट की शिकायत मिली थी, जिनमें से 47 की पहचान हो गई थी. मगर 10 कैंडिडेट की पहचान नहीं हो पाई थी. ब्लूटूथ का इस्तेमाल करते हुए इसमे कैंडिडेट ने नकल की थी , जिसकी एसआईटी जांच भी हुई.
मिली जानकारी के अनुसार उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के सचिव संतोष बडोनी ने गुरुवार को एक बयान जारी कर इस बारे में जानकारी दी। बताया कि 16 फरवरी 2020 को वन आरक्षी के 1218 पदों के लिए लिखित परीक्षा ली गई थी, परीक्षा में 98 हजार के करीब युवाओं ने परीक्षा दी थी। परीक्षा के तुरंत बाद नकल के हाईटेक मामले सामने आए जिससे प्रदेशभर में हड़कंप मच गया। एसआइटी ने जांच शुरू की तो नकल की परत दर परत खुलती गई। अभी तक नकल के मामले में 47 आरोपित पर एसआइटी ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। जो गिरफ्तार भी हो चुके हैं, जबकि दस आरोपित अभी इस मामले में संलिप्त हैं जिनपर काईवाई की तलवार लटकी हुई है। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के सचिव संतोष बडोनी ने गुरुवार को एक बयान जारी कर इस बारे में जानकारी दी। बताया कि 16 फरवरी 2020 को वन आरक्षी के 1218 पदों के लिए लिखित परीक्षा ली गई थी, परीक्षा में 98 हजार के करीब युवाओं ने परीक्षा दी थी। परीक्षा के तुरंत बाद नकल के हाईटेक मामले सामने आए जिससे प्रदेशभर में हड़कंप मच गया। एसआइटी ने जांच शुरू की तो नकल की परत दर परत खुलती गई। अभी तक नकल के मामले में 47 आरोपित पर एसआइटी ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। जो गिरफ्तार भी हो चुके हैं, जबकि दस आरोपित अभी इस मामले में संलिप्त हैं जिनपर काईवाई की तलवार लटकी हुई है।