हरिद्वार, सरकार के प्राइवेटाइजेशन को लेकर चल रही तैयारियों का विरोध करने के लिए यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन (यूएफबीयू) ने हड़ताल करने का एलान किया है। 16 और 17 दिसंबर को बैंक बंद रहेंगे। आज हड़ताल के पहले दिन देशभर में बैंकिंग सेवाएं बुरी तरह प्रभावित रहीं।वही हड़ताल से करीब ढाई सौ करोड़ रुपये का कारोबार प्रभावित रहा हैगुरुवार को बैंक कर्मचारियों ने हड़ताल कर चंद्राचार्य चौक के समीप पंजाब नेशनल बैंक की अहमदपुर ब्रांच के बाहर एकत्र होकर यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के बैनर तले विरोध प्रदर्शन किया।
बैंक कर्मियों की हड़ताल से नकदी निकासी से लेकर जमा, व्यापार लेन-देन, ऋण प्रक्रिया, चेक समाशोधन, खाता खोलने और व्यावसायिक लेन-देन तक सभी बैंकिंग सेवाएं प्रभावित हुई हैं। फरवरी 2021 में पेश किए गए केंद्रीय बजट में, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपनी विनिवेश योजना के तहत दो सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (पीएसबी) के निजीकरण की घोषणा की । निजीकरण के लिए सरकार ने बैंकिंग कानून (संशोधन) विधेयक, 2021 को संसद के वर्तमान सत्र के दौरान पेश करने और पारित करने के लिए सूचीबद्ध किया है।
बैंक कर्मियों ने जमकर सरकार खिलाफ नारेबाजी की उन्होंने कहा कि सरकार लगातार राष्ट्रीयकृत बैंकों का विलय कर निजीकरण को बढ़ावा देने का काम कर रही है। बैंकों में रोजगार के अवसर कम होते जा रहे हैं। साथ ही, राष्ट्रीयकृत बैंकों की शाखा पर भी सरकार दांव लगा रही है। बैंकों का बकाया लगातार बढ़ता जा रहा है, लेकिन सरकार इस पर ध्यान नहीं दे रही है। सरकार की ओर से कई अन्य बैंक विरोधी नीतियों को अपनाया जा रहा है।
जिसमें लेबर लॉ संशोधन बिल शामिल हैं। उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने बैंक अधिकारियों व कर्मचारियों की मांगों को नहीं माना तो वह अनिश्चतकालीन हड़ताल पर जाने से भी पीछे नहीं हटेंगे।
यह हड़ताल शुक्रवार को भी जारी रहेगी वहीं बैंकों के पास लगे एटीएम खाली नजर आए उपभोक्ताओं को कैश नहीं मिल पाया। वहीं सभी बैंकों में क्लीयरिंग हाउस में चेक भी नहीं लग पाए हैं। इस कारण चेक कैश भी नहीं हो सके।