हरिद्वार, अंकिता भंडारी के मर्डर केस के बाद से उत्तराखंड में उबाल उठा हुआ है वही आज भारी भीड़ के चलते हुए अंकिता भंडारी को एनआईटी के घाट पर अंतिम संस्कार किया गया पीड़ित के भाई ने मुखाग्नि दी वही सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक में होगी।
मिली जानकारी अनुसार अंकिता हत्याकांड को लेकर लोगों में उबाल बना हुआ है। विभिन्न संगठनों के लोग सुबह बदरीनाथ हाईवे पर धरने पर बैठ गए। वहीं, बदरीनाथ विधायक राजेंद्र भंडारी ने प्रदेश सरकार पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि पौड़ी जिले से भाजपा विधायक गायब हैं। दो कैबिनेट मंत्री और स्पीकर हैं, लेकिन कोई भी लोगों से वार्ता करने नहीं पहुंचे।
रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी 18 सितंबर की रात लापता हुई और 20 सितंबर को उसकी गुमशुदगी राजस्व पुलिस चौकी में दर्ज की गई। जिसके बाद 24 सितंबर को अंकिता का शव चीला बैराज से बरामद किया गया।
अंकिता की आखिरी चैट से पता चला है कि उससे एक्स्ट्रा सर्विस की डिमांड की गई थी और मना करने पर उस पर दबाव बनाया जा रहा था। शनिवार को पोस्टमार्टम की प्राथमिक रिपोर्ट सामने आई। जिसमें उसकी मौत की वजह नहर में डूबना बताया गया है। वहीं अंकिता के शरीर पर चोट के निशान भी मिले हैं।
शुक्रवार रात को वनंत्रा रिजॉर्ट पर जेेसीबी चला दी गई। अभी पुलिस मामले की जांच कर रही है। ऐसे में रिजॉर्ट और अंकिता के कमरे से पुलिस ने फोरेंसिक नमूने एकत्र कर सील कर दिया था। मृतक और अपराधी जिस स्थान पर अंतिम बार दिखाई दिए, वहां फोरेंसिक और मैटेरियल साक्ष्य मिलने की प्रबल संभावना होती है।
अंकिता भंडारी के परिजनों ने सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं. परिजनों का कहना सरकार द्वारा साक्ष्य मिटाने के लिए रिजॉर्ट में तोड़ा गया. वहीं परिजनों ने अंकिता के पोस्टमार्टम पर भी सवाल उठाए हैं. परिजनों ने अंकिता का फिर से पोस्टमार्टम करने की मांग की है. वहीं शासन-प्रशासन अंकिता भंडारी के परिजनों को मनाने में जुटा है, क्यों कि परिजनों ने अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया है.
अंकिता भंडारी मर्डर केस में पूरे प्रदेश में लोगों में खासा आक्रोश है.श्रीनगर गढ़वाल के आईटीआई घाट में दूर दराज से लोगों के पहुंचना का सिलसिला तेज हो गया है. हत्याकांड के विरोध में श्रीनगर व्यापार सभा ने बाजार बंद रखा है. शहर में माहौल गमगीन है. घाट पर भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई है. वहीं अंकिता की हत्या के बाद लोगों में आक्रोश बना हुआ है. ऐसे में अंतिम संस्कार के दौरान किसी प्रकार की चूक न हो इसके लिए पुलिस व प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं.