हरिद्वार ,भाजपा के ऊर्जा मंत्री हरक सिंह रावत अपने ही दिए हुए बयान से पलट गए हैं जी हां उन्होंने कहा है कि हमने कब कहा कि बिजली मुफ्त दी जाएगी डा हरक सिंह रावत ने ऊर्जा विभाग का दायित्व मिलने के तत्काल बाद ही प्रदेशवासियों को 100 यूनिट तक बिजली मुफ्त देने की घोषणा कर चौंका दिया था। इसके बाद से प्रदेश में बिजली पर सियासत गर्म हो गई है। इस दौड़ में आप पार्टी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी कूद चुके हैं। उन्होंने बीते रोज उत्तराखंड में 300 यूनिट तक बिजली मुफ्त देने की घोषणा की।
वही अगले ही दिन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से जब मीडियाकर्मियों ने सवाल किया तो उन्होंने ऐसे किसी भी प्रस्ताव से इनकार कर दिया। इस बीच अंदरखाने भाजपा में इस घोषणा को लेकर विरोध के सुर उठने लगे। सूत्रों के मुताबिक, हरक सिंह रावत की यह लोकलुभावनी घोषणा पार्टी केंद्रीय नेतृत्व तक भी पहुंच गई है, जिस पर आलाकमान ने नाराजगी जताई है। लिहाजा, ऊर्जा मंत्री हरक सिंह रावत के सुर भी बदल गए हैं। ऊर्जा मंत्री हरक सिंह रावत ने सोमवार को मीडिया से बातचीत में भविष्य की रणनीति भी सामने रख दी। उन्होंने कहा कि अगर 2022 में दोबारा भाजपा सरकार सत्ता में आती है, उन्हें ऊर्जा विभाग मिलता है तो वह अगले तीन-चार सालों में घरेलू बिजली पूरी तरह से फ्री कर देंगे। वह ऊर्जा विभाग का लाभांश इतना बढ़ा देंगे कि आसानी से लोगों को फ्री बिजली मिलने लगेगी। उन्होंने यह भी कहा कि अरविंद केजरीवाल का प्रदेश में कोई जनाधार नहीं है, वह झूठ की राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने हरीश रावत पर भी निशाना साधा और कहा कि वे प्रदेश के मुख्यमंत्री थे, तब अपने कार्यकाल में इस योजना को क्यों लागू नहीं किया।