हरिद्वार, उत्तराखंड में नशे का कारोबार जोरों शोरों से चल रहा है इसे रोकने के लिए सरकार काफी प्रयास कर रही है लेकिन नशे के सौदागर नहीं मान रहे हैंवाहन चेकिंग के दौरान पुलिस और एडीटीएफ को बड़ी सफलता मिली है जिसमे पुलिस ने 300 से अधिक नशीले इंजेक्शन बरामद किए हैं
मिली जानकारी अनुसार आज वाहन चेकिंग के दौरान पुलिस ने एक लग्जरी कार को रोक लिया पुलिस ने कार की डिग्गी खोलकर तलाशी ली तो उसमें एक पॉलीथिन में रखे विभिन्न कंपनियों के 300 सौ अधिक नशे के इंजेक्शन मिले। आरोपी पुलिस को दवाइयों का लाइसेंस दिखाने में असमर्थ रहा। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट में मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस आरोपी की संपत्ति की जांच करेगी।आरोपी कथित झोलाछाप डॉक्टर है। आरोपी यूपी के बरेली से उत्तराखंड में इंजेक्शन की तस्करी कर रहा था। नशे के इंजेक्शन बेचने के मामले में पहले भी जेल जा चुका है।
पुलिस की पूछताछ में वाहन में बैठे चालक ने अपना नाम छत्रपाल पुत्र बलदेव निवासी वार्ड 2 बंगाली कॉलोनी आजाद किच्छा बताया। पुलिस ने कार की डिग्गी खोलकर तलाशी ली तो उसमें एक पॉलीथिन में रखे विभिन्न कंपनियों के 300 सौ अधिक नशे के इंजेक्शन मिले। आरोपी पुलिस को दवाइयों का लाइसेंस दिखाने में असमर्थ रहा। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।पुलिस के अनुसार, छत्रपाल पेशे से झोलाछाप डॉक्टर है। छत्रपाल का वार्ड 2 आजाद नगर बंगाली कॉलोनी में क्लीनिक है। बीते नबंवर 2019 में भी वह नशे का कारोबार करने के आरोप में जेल जा चुका है। छत्रपाल शनिवार रात्रि बरेली से नशे के इंजेक्शन की खेप ला रहा था।