प्रदेश के शहरों में जल्द सिपाहियों के कंधे से भारी भरकम रायफल का बोझ हटने वाला है। इसके स्थान पर उन्हें नाइन एमएम पिस्टल दी जाएगी। पुलिस मुख्यालय में इस योजना पर काम चल रहा है। इसके लिए जिलों से विवरण लिया जा रहा है। हालांकि, ग्रामीण क्षेत्रों में पुलिसकर्मियों के पास एसएलआर, इंसास और एके-47 जैसी घातक रायफल ही रहेगी।
पुलिस मुख्यालय काफी दिनों से स्मार्ट वेपन योजना पर काम कर रहा है। अधिकारियों के मुताबिक शहरों में लंबी दूरी तक मार करने वाले हथियारों की आवश्यकता नहीं होती। उन्हें छोटी दूरी तक मार करने वाले और हल्के हथियारों की ज्यादा जरूरत होती है।
अभी तक पुलिस में पुरानी 303 रायफल भी चलन में है। इसके साथ ही सेल्फ लोडिंग रायफल और एके-47 जैसे हथियार भी इस्तेमाल किए जा रहे हैं। लेकिन, अब जल्द इनके स्थान पर सिपाहियों को हल्की नाइन एमएम पिस्टल दी जाएगी। वही डीजी अशोक कुमार ने बताया कि फेज तैयार किया जा राहा है उन्होने कहाँ कि बड़े हथियार की जरूरत शहरों में नहीं बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा होती है।