हरिद्वार,प्रदेश में ब्लैक फंगस के मामले तेजी से सामने आ रहे हैं. इसको देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने उत्तरप्रदेश और राजस्थान के बाद ब्लैक फंगस को महामारी घोषित किया प्रदेश में ब्लैक फंगस के मामले लगातार बढ़ने के बाद यह फैसला लिया गया है. राज्य सरकार ने इसको लेकर आदेश जारी किया है. प्रदेश में महामारी के प्रोटोकॉल के तहत ब्लैक फंगस के मरीजों का इलाज होगा
मिलि जानकारी के अनुसार इस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को अहम निर्देश दिए। कोरोना संक्रमण की वजह से अपने परिजनों को खो चुके बच्चों के लिए सरकार एक अलग स्कीम बनाएगी। इसके लिए अभियान चलाकर ऐसे बच्चों की पहचान की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि तीसरी लहर की तैयारी के लिए जमीन स्तर पर काम करें। तीसरी लहर में बच्चों पर फोकस करना होगा। सभी डीएम गांव के मुताबिक एक प्लान तैयार करेंगे वही भारत में अभी तक करीब 9 हजार ब्लैक फंगस के मामले आ चुके हैं. ब्लैक फंगस संक्रमण के मामले में मरीज के मौत की आशंका बढ़ जाती है. स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार स्टेट में महामारी घोषित होने के बाद राज्य के सीमा क्षेत्र के भीतर सभी प्राइवेट और सरकारी हॉस्पिटल को भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिसर (ICMR) की गाइडलाइन के मुताबिक संक्रमण की जांच करनी होती है. स्वास्थ्य मंत्रालय के जॉइंट सेकेट्री लव अग्रवाल ने भी सभी राज्यों को पत्र जारी किया है. जिसके मुताबिक सभी सरकारी और निजी अस्पतालों को ब्लैक फंगस की स्क्रीनिंग, डायग्नोसिस और मैनेजमेंट की गाइडलाइन का पालन करना अनिवार्य है