हरिद्वार,केंद्रीय बजट में उत्तराखंड को रेल मार्गों के विस्तार के लिए 5131 करोड़ रुपये मिले हैं। यह जानकारी बुधवार को वर्चुअल प्रेस वार्ता में केंद्रीय रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने दी। उन्होंने बताया कि इससे ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन और चार नई परियोजनाओं को भी गति मिलेगी।साथ ही ऋषिकेश-उत्तरकाशी, बागेश्वर-गैरसैंण, बागेश्वर-टनकपुर और देहरादून-सहारनपुर रेल लाइनों की डीपीआर यानी विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट भी बनाई जाएगी।
रेल मंत्री से ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन की प्रगति पर सवाल पूछा, जिस पर मंत्री ने बताया कि इसमें 213 किमी की सुरंगें हैं, जिसमें से अभी 171 किमी का कार्य पूरा हो चुका है, बाकी का कार्य तेजी से चल रहा है। उन्होंने बताया कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना में सुरंगें बनाने के लिए जिन दो टीबीएम यानी टनल बोरिंग मशीन का इस्तेमाल किया जा रहा है उनका नाम ‘शिव’ और ‘शक्ति’ रखा गया है। उन्होंने कहा कि इस परियोजना का कार्य 2026 के मध्य तक पूरा हो जाएगा और यह अपने आप में एक कीर्तिमान होगा। उन्होंने बताया कि रेलवे के लिए कुल दो लाख 62 हजार करोड़ बजट का प्रावधान किया गया है, जिसमें से राज्य को 5131 करोड़ मिलेंगे।
मंत्री वैष्णव ने बताया कि देहरादून, हरिद्वार जंक्शन, हर्रावाला, काशीपुर जंक्शन, काठगोदाम, किच्छा, कोटद्वार, लालकुआं जंक्शन, रामनगर, रुड़की और टनकपुर सहित 11 स्टेशनों को अमृत स्टेशनों के रूप में विकसित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि राज्य में 2014 से 2024 तक 69 किमी के नए रेल ट्रैक बिछे हैं। इसी अवधि में 303 किमी की रेल लाइनों का विद्युतीकरण किया गया है। 2009-14 के बीच यह आंकड़ा शून्य था। राज्य में 70 रेल ब्रिज और अंडर ब्रिज का निर्माण हो चुका है। फिलहाल 216 किमी की तीन रेल परियोजनाओं (रेलवे ट्रैक) का काम चल रहा है , जिसकी लागत 25,941 करोड़ रुपये है।