हरिद्वार,उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित नीम करौली बाबा का कैंची धाम आध्यात्मिक केंद्र है. यहां विराट कोहली से लेकर फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग और एपल के संस्थापक स्टीव जॉब्स जैसे कई दिग्गज आ चुके हैं. हर साल 15 जून को बाबा द्वारा स्थापित कैंची धाम का स्थापना दिवस मनाया जाता है. इस मौके पर स्थानीय लोगों के साथ ही देश विदेशों से श्रद्धालुओं का आपार जन सैलाब बाबा के दर पर उमड़ता है. इस वजह से भवाली-अल्मोड़ा हाईवे पर गाड़ियों का दबाव भी अत्यधिक बना रहता है. इसके लिए प्रशासन पहले से ही अलर्ट मोड पर रहता है. 15 जून को बाबा नीब करौली के कैंची धाम में होने वाले मेले के दौरान बेहतर यातायात योजना की तैयारियां तीन सप्ताह पूर्व से ही शुरू हो गयी हैं। वही आज सोमवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 15 जून को आयोजित होने वाले कैंची धाम मेले की तैयारियों को लेकर डीआइजी योगेंद्र रौतेला, कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत, एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा समेत अन्य पुलिस अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये समीक्षा बैठक में चर्चा की।
कहा कि बीते वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष श्रद्धालुओं की भीड़ अधिक रहने की संभावना है। ऐसे में मेला परिसर में शांति व्यवस्था बनाने के साथ ही अन्य इंतजाम अभी से करना शुरू कर दें। मंदिर तक जाने के लिए यातायात प्लान व अन्य तैयारियां तत्काल पूरी कर ली जाए। उन्होंने कैंची धाम में पार्किंग व्यवस्था व पर्यटकों के ठहरने के लिए उचित इंतजाम करने के निर्देश दिए।
एसएसपी ने बताया कि मेले की तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी की मौजूदगी में एक बैठक कर ली गई है। जिसके बाद पुलिस कानून व्यवस्था व यातायात प्लान बनाने में जुट गई है। 15 जून को गरमपानी से भीमताल तक का क्षेत्र सात सेक्टर में विभाजित रहेगा। करीब 300 वाहन शटल सेवा के लिए लगाए जाएंगे।
14 व 15 जून को भीमताल से कैंची धाम की ओर भारी वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित रहेगा। फोर्स की मांग समेत अन्य तैयारियां शुरू कर दी गई है। अगले माह एक और बैठक कर तैयारियों को अंतिम रूप दिया जाएगा।
समीक्षा बैठक में कमिश्नर दीपक रावत ने सीएम को बताया कि बीते वीकेंड में करीब 25 हजार से अधिक यात्री कैंची धाम में दर्शन करने पहुंचे। कैंची धाम के आसपास छोटी-छोटी पार्किंग बनाने की आवश्यकता है। मेले की तैयारी शुरू हो गई हैं।
नैनी बैंड सेनिटोरियम बाईपास, मस्जिद के पास, पालिका मैदान, जल संस्थान समेत कई इलाकों में अस्थायी पार्किंग बनाई गई हैं। साथ ही पेयजल, बिजली, स्वास्थ्य कैंप आदि की सुविधा भी दी जाएगी।