हरिद्वार,उदय भारत सिविल सोसायटी द्वारा पर्यावरण संरक्षण के महत्त्व समझते हुए वृक्षारोपण कार्यक्रम द्वितीय चरण के तहत वृक्षारोपण किया और मानव जाति के अस्तित्व को बचाने के लिए इसे आज की जरूरत बताया।
पर्यावरण संरक्षण का महत्व बताते हुए संस्था की को फाउंडर हेमा भंडारी ने कहा की प्रकृति के संतुलन को बनाए रखने और मानव जीवन को सुखी समृद्ध और संतोष जनक बनाने के लिए वृक्षारोपण अति आवश्यक है जोशीमठ में आई आपदा अत्याधिक अप्राकृतिक विकास का कारण है।
संस्था के फाउंडर मेंबर अनिल सती ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण की जिम्मेदारी प्रत्येक नागरिक की है। संस्था का मुख्य उद्देश्य अधिक से अधिक पौधे लगाना और हरियाली को फैलाना है संस्था जल ,जंगल और जमीन के संरक्षण के लिए कार्य कर रही है। देवभूमि उत्तराखंड में तेजी से हो रहा भूस्खलन देवी आपदा के साथ-साथ माननीय आपदा भी है यदि हम समय रहते ना चेते तो आने वाला समय अत्यंत दुखदाई होगा।
ओपी मिश्रा और संजू नारंग ने कहा कि यदि हम वास्तव में स्वस्थ रहना चाहते हैं और अच्छे से जीवन यापन करना चाहते हैं तो हमें अधिक से अधिक पेड़ लगाने चाहिए। ऑक्सीजन लेने और कार्बन डाइऑक्साइड को छोड़ने के अलावा पेड़ पर्यावरण से अन्य हानिकारक गैसों को अवशोषित करते हैं, जिससे हमें शुद्ध वायु मिलती है। वृक्षारोपण आने वाले भविष्य को बेहतर वातावरण के साथ-साथ बेहतर स्वास्थ्य मुहैया कराना हम सब की नैतिक जिम्मेदारी है
मयंक गुप्ता, धीरज पीटर और एडवोकेट कुलदीप खंडेलवाल ने कहा की जल जंगल और जमीन आज की मुख्य आवश्यकता है और हम सबको मिलकर इसके संरक्षण की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। इन दिनों प्रदूषण का स्तर बहुत बढ़ गया है और कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से हमें सीखने और आगे बढ़ने की जरूरत है। आज हमें वृक्षारोपण के महत्व को समझने की आवश्यकता है। सभी नागरिकों को वृक्षारोपण मैं अपना योगदान देना चाहिए। इसके लिए वृक्ष लगाना ही काफी नहीं बल्कि इसके संरक्षण की जिम्मेदारी भी सभी को मिलकर लेनी पड़ेगी। पौधारोपण कार्यक्रम में हेमा भंडारी ,अनिल सती, पवन धीमान ,संजू नारंग ,ओपी मिश्रा, मयंक गुप्ता ,धीरज पीटर, एडवोकेट कुलदीप खंडेलवाल, रेशमा, रितिका, अंजलि ,बबीता मुकेश, राजन ,मनीष मौजूद रहे ।