हरिद्वार, कुछ दिन पहले लाल डांग से एक बारात कोटद्वार के लैंसडाउन में हादसे का शिकार हो गई थी जिसमें 30 लोगों की मृत्यु हो गई थी वहीं कई लोग घायल हो गए इस दौरान मुख्यमंत्री ने मृतक के परिवार वालों को दो ₹2 लाख और अधिक घायलों को ₹ 1लाख और कम घायल होने वाले मरीजों को 50 हजार देने को कहा गया था लेकीन यहां तो कुछ और ही निकला घायलों को 10-10 हजार रुपये की सहायता राशि देने की जानकारी प्राप्त हो रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि एम्स प्रबंधन को ताकीद करें ताकि उनकी भांजी को उचित इलाज मिल सके लेकीन मरीजों के साथ एम्स मे डॉक्टर कर रहे है खिलवाड़
मिली जानकारी अनुसार पीड़ित ने एक बड़े अखबार के द्वारा बात की है उन्होंने बताया कि मेरी भांजी अंजलि (18 वर्ष) बस दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गई थी। भांजी के पिता की दुर्घटना में मृत्यु हो गई और भाई भी घायल हुआ। भांजी एम्स में भर्ती है और कोमा में है। बहुत सिफारिश के बावजूद एम्स में सही इलाज नहीं मिल पा रहा है।
संपर्क करने पर परिजन ने अमर उजाला को बताया कि पहले तो दवाइयां वहीं से दी जा रही थीं, अब दवाइयां भी बाहर से लिखी जा रही हैं। दवाइयां महंगी हैं और अकेली होने के कारण दवाइयां लाने में दीदी को बहुत परेशानी उठानी पड़ रही है। उन्होंने सवाल किया कि जब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सारा इलाज सरकारी खाते से कराने की घोषणा की थी तो डॉक्टर बाहर से दवाइयां लाने के लिए क्यों कह रहे हैं