हरिद्वार, ऋषिकेश के एम्स मेडिकल कॉलेज के पास शिवाजी नगर वह क्षेत्र जहां आबादी बहुत ज्यादा है वही एक नाले के ऊपर अवैध कब्जे से बनाए गए आश्रम में एम्स के मरीजों के तीमारदारों को रखा जाता है जहां किसी का लेखा जोखा नही है वही आज सुबह आश्रम में तेज धमाके के साथ धुआं उठने लगा इसके बाद क्षेत्र के लोग घरों से बाहर निकाल खड़े हो गए इसकी सूचना पुलिस को दी गई मौके पर पहुंची पुलिस और फायर ब्रिगेड की गाड़ियों ने मिलकर आग पर काबू पाया वही आश्रम में 12 लोग बताए जा रहे थे जिन्होंने भाग कर अपनी जाना चाहिए लेकिन हरिद्वार की एक साध्वी भी वहां रुकी हुई थी जो आग चपेट में आ गई वही गोवंश भी आग चपेट में आ गए
शिवाजी नगर की घनी आबादी के बीच मोनी बाबा नाम के एक व्यक्ति ने गौआश्रम बना रखा है। यहां गोवंश ही नहीं बल्कि एम्स में आने वाले मरीज और उनके तीमारदारों को भी ठहराया जाता है। जिनका कुछ भी लेखा-जोखा आश्रम स्वामी के द्वारा नहीं रखा जाता है। शनिवार की सुबह जब यह अग्निकांड हुआ तो पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम को आवश्यक जानकारी जुटाने में काफी परेशानी आई।
सुबह-सुबह रसोई में कुछ बनाया जा रहा था। भूसे का ढेर भी यहां काफी मात्रा में लगा हुआ है, जिसमें आग लगी। हरिद्वार से एक साध्वी अपने माता-पिता को लेकर यहां आई थी उसे एम्स में जाना था, वह भी आग से झुलस गई है। पुलिस के अनुसार यहां पर करीब 12 लोग रात में ठहरे हुए थे।
आश्रम मलिक के द्वारा यहां अवैध रूप से मरीज और उनके तीमारदारों को ठहराया जाता है। करीब 12 लोग भीतर मौजूद थे। किसी तरह सभी ने भाग करके अपनी जान बचाई। एक साध्वी झुलस गई है भीषण आग से अंदर बंधे तीन गोवंशी जल गए।