कोरोना से लोगों को बचाना ही सरकार की मंशा

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राजकीय मेडिकल काॅलेज में सभी आवश्यक व मूलभूत सुविधाएं बनाये रखने के निर्देश

कोरोना के फैलाव को हर हाल में रोकना है – सुरेश कुमार खन्ना

सहारनपुर। संसदीय कार्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग, वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने शेखुल हिन्द मौलाना महमूद हसन मेडिकल काॅलेज के प्रशासनिक भवन में अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक के दौरान उन्होने सभी अधिकारियों को निर्देश दिये कि कारोना जैसी महामारी से निपटने के लिये 02 गज दूरी के साथ-साथ मास्क व साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाये।

उन्होने कहा कि इस बीमारी से बचने के लिये सरकार के निर्देशों का पालन करना सभी के लिये अनिवार्य है। यह बीमारी बूढे, बच्चों एवं बीमार व्यक्तियों को ज्यादा संक्रमित करती है, क्योंकि इनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता एक स्वस्थ व्यक्ति की अपेक्षा कम होती है। उन्होेने कहा कि जैसे हम बरसात में छाता, गर्मियों मे ए0सी0 एवं सर्दियों में मफलर का प्रयोग करते है उसी प्रकार से इस बीमारी से बचने के लिये हमे मास्क को भी अपनी जीवनशैली में शामिल करना होगा। उन्होने कहा कि इस बीमारी को हल्के में न लें। भयभीत न हो और सावधानी बरतें क्योंकि बचाव इलाज से बेहतर है। उन्होने कहा कि कोरोना जैसी वैश्विक बीमारी से सरकार पूरी ताकत से जूझ रही है। इसे रोकने में काफी हद तक सफलता भी मिली है। समाज के सभी वर्गों को इस गंभीर बीमारी से बचने हेतु पूरी सावधानी बरतनी होगी। सभी को मास्क का प्रयोग करना होगा। किसी भी दशा में अपने हाथ को संक्रमित न होने दें। उन्होने सचेत करते हुए कहा कि यह ऐसा वायरस है जो दिखलाई नही पडता। इसके इलाज हेतु दुनिया में अभी कोई दवा नही बनी। रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने पर इस वायरस का ज्यादा असर होता है। 55 वर्ष की आयु से ऊपर के लोग व बच्चें व बुजुर्ग सावधानी बरतें। हमेशा किसी भी चीज का बचाव बेहतर होता है। उन्होेने मेडिकल क्षेत्र से जुडे सभी लोगो का आवाहन किया कि वे मरीजों के साथ आत्मीयता का भाव अपनाएं। साथ ही यह भी कहा कि सभी चिकित्सकों का सम्मान अलग से है किसी को उनको ठेस नही पंहुचाना चाहिए। किसी भी सूरत में इस गंभीर बीमारी को हल्के में नही लेना है। जिन लोगो को थोडी सी बीमारी है उन पर यह तेजी से अटैक करता है। जिससे कोरोना मौत का कारण बन जाती है। उन्होेने उपस्थित सभी चिकित्सकों को निर्देशित किया कि वे मेडिकल काॅलेज में आने वाले मरीजों का सबसे पहले कोरोना टैस्ट करायें। सभी मरीजों का समुचित इलाज व देखरेख की जाये। उपलब्ध धनराशि से मरीजों के बेहतर इलाज हेतु सभी आवश्यक संसाधन व बुनियादी सुविधाएं सुनिश्चित की जाये।
उन्होने जिलाधिकारी को निर्देश दिये कि मेडिकल काॅलेज में कोरोना टैस्टिंग मशीन बढाई जाये। और मरीजों की केवल स्क्रीनिंग ही नही टैस्टिंग भी सुनिश्चित की जाये। मेडिकल काॅलेज के प्रधानाचार्य डॉ डीएस मार्तोलिया को निर्देश दिये कि कोरोना के मरीजों के उपचार के साथ-साथ सभी आपातकालीन चिकित्सा सुविधाओं को भी सुचारू रूप से चलाया जाये। प्रत्येक व्यक्ति के स्वास्थ्य एवं इलाज का ध्यान रखा जाये। इसी के साथ कोरोना हास्पिटल तथा अन्य वार्डों का प्रवेश व निकास द्वार भी अलग-अगल बनाया जाये। जिससे कोरोना मरीजों के साथ-साथ अन्य मरीजों को भी चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो सके। उन्होने उपस्थित चिकित्सकों का आवाहन करते हुए कहा कि सहानुभूति चिकित्सक का पहला कर्तव्य है। दूसरे व्यक्ति की पीडा, दुःख, शोक आदि को हरना ही आपका कर्तव्य है। उन्होने कहा कि आप सभी को खुद से प्रतिदिन यह प्रश्न करना चाहिए कि जिस उद्देश्य से हम डाक्टर बने है उसकी पूर्ति हम कर रहे है अथवा नही। चिकित्सक के चेहरे में भगवान का चेहरा देखा जाता है। उन्होेने कहा कि इतिहास में उन्ही लोगो का नाम लिखा जाता है जो सेवा को सर्वोपरी मानते है। उन्होेने कहा कि हम मेडिकल साईंस की सभी खोजों का आदर करतें है परन्तु बचाव ही सबसे अच्छा इलाज है। हमें इस बीमारी के फैलाव को रोकना है और भविष्य के लिये तैयार रहना है। उन्होने चिकित्सकों को निर्देशित करते हुए कहा कि हमारा उद्देश्य किसी भी तरह से हर मरीज को उसकी बीमारी से निजात दिलाना है। उन्होने बताया कि वर्तमान में प्रदेश में कोरोना टैस्टिंग क्षमता 10,000 है। जिसे भविष्य में और अधिक बढाया जायेगा। वर्तमान समय डाक्टरों के लिये चुनौती और अवसर भी है। टेलीमेडिसन के माध्यम से भी मरीजों का अति शीघ्र उपचार किया जाये। वर्तमान में नर्सेज व पैरा मेडिकल स्टाफ की कमी नही है। उन्होने चिकित्सा वर्ग से जुडे सभी चिकित्सकों को कहा कि आप ही उत्तरदाता व मूल्यांकनकर्ता हो। किसी को भी घबराने की जरूरत नही है। घबराने की बजाय बचाव और सरकार के निर्देशों का पालन करें। वर्तमान सरकार के प्रयासों का ही परिणाम है कि हमने इस बीमारी के फैलने पर काफी हद तक रोक लगायी है। केन्द्र व प्रदेश सरकार पूरी ताकत व मनोयोग के साथ कोरोना के फैलाव को हर हाल में रोकने हेतु संकल्पबद्ध है। इस दिशा में समाज के सभी वर्गोें का भी अपना सक्रिय व अपेक्षित सहयोग जरूरी है।
इससे पूर्व उन्होने मेडिकल काॅलेज के आइसोलेशन वार्ड तथा आपातकालीन वार्ड का निरीक्षण किया। इस मौके पर उन्होेने कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर घर जाते हुए मरीज से हास्पिटल में मिली सुविधाओं व साफ-सफाई तथा उनके स्वास्थ्य के बारे में जाना। मरीजों से सीधे मिलकर उनका हाल-चाल पूछा व पुष्प भेंट किया। उन्होने साफ तौर पर कहा है कि ठीक होने वाले मरीजों को उनके घर तक सुरक्षित पंहुचाया जाये। किसी को घर जाने में कोई परेशानी नही होनी चाहिए। ठीक होने वाले मरीजों को घर का कोई आदमी कत्तई परेशान नही करेगा। उन्होने उनके उज्जवल भविष्य एवं स्वास्थ्य की कामना की। निरीक्षण के दौरान मेडिकल काॅलेज में साफ-सफाई तथा चिकित्सा सुविधाओं पर संतोष व्यक्त किया।
इस मौके पर आयुष मंत्री डा0 धर्म सिंह सैनी, सांसद कैराना प्रदीप चौधरी, विधायक गंगोह कीरत सिंह, विधायक रामपुर मनिहारान देवेन्द्र निम, जिलाध्यक्ष भाजपा महेन्द्र सैनी, महानगर अध्यक्ष राकेश जैन, पूर्व सांसद राघव लखनपाल शर्मा, पूर्व विधायक राजीव गुम्बर के अलावा मण्डलायुक्त संजय कुमार, जिलाधिकारी अखिलेश सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार पी0, अपरजिलाधिकारी प्रशासन एस0बी0सिंह, अपरजिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व विनोद कुमार, नगर आयुक्त ज्ञानेन्द्र सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 बी0एस0सोढी आदि उपस्थित रहे।
सहारनपुर से
रिपोर्ट। रमन गुप्ता

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