हरिद्वार,सीबीआई दफ्तर पहुंचे. सीबीआई की टीम ने नौ घंटे से ज्यादा समय तक उनसे पूछताछ की. पूछताछ खत्म होने के बाद सिसोदिया सीबीआई दफ्तर से बाहर निकल आए. सूत्रों के अनुसार, सिसोदिया को कल पूछताछ के लिए नहीं बुलाया गया है. इस मामले में सीबीआई ने मनीष सिसोदिया और अन्य 15 आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 120 बी (आपराधिक साजिश), 477 ए (खातों में हेराफेरी) और भ्रष्टाचार निरोधक कानून की धारा सात के तहत मामला दर्ज किया था. सीबीआई की एफआईआर सिसोदिया का नाम पहले नंबर पर है.
मिली जानकारी अनुसार सिसोदिया ने कहा कि मुझ पर AAP छोड़ने का दबाव बनाया गया. मुझसे कहा गया कि AAP छोड़ो. बाकी मामले जारी रहेंगे. आपको सीएम की कुर्सी मिल सकती है. मैंने प्रस्ताव से इनकार कर दिया. मैंने कहा कि जब रिक्शा चलाने वाले बच्चों को अच्छी शिक्षा मिलती है तो मुझे खुशी मिलती है. ये पूरा केस फर्जी है. मैं ‘ऑपरेशन लोटस’ के दवाब में नहीं आऊंगा.
सिसोदिया से दिनेश अरोड़ा की कंपनी राधा इंडस्ट्री में समीर महेन्द्र के जरिए भेजे जानेवाले 1 करोड़ रुपए की ट्रांजेक्शन के बारे में पूछा गया. अभी तक कि पूछताछ में विजय नायर, अभिषेक का एक्साइज की मीटिंग्स में शामिल होना और उनका एक्साइज के अफसरों को प्रलोभन देकर मनचाहे शराब कारोबारी को लाइसेंस दिलवाने को लेकर पूछताछ हुई है.