आम आदमी पार्टी ने पलायन आयोग की रिपोर्ट पर चिंता जाहिर करते हुए इसे भविष्य के लिए विस्फोटक स्थिति बताते हुए सरकार को तत्काल प्रभाव से आवश्यक कदम उठाने की वकालत की है ।आम आदमी पार्टी की प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष महिला मोर्चा हेमा भंडारी ने एक प्रेस रिलीज जारी कर कहा की उत्तराखंड में बढ़ती बेरोजगारी के साथ सिमटती कृषि जोत और स्वास्थ्य सेवाओं में कमी पलायन का प्रमुख कारण बन रही है । पर्वतीय क्षेत्रों में ही नहीं अपितु मैदानी क्षेत्रों के गांव में भी बढ़ती बेरोजगारी शिक्षा एवं स्वास्थ्य सुविधाओं में कमी के चलते पिछले एक दशक से पलायन हो रहा है। शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ हरिद्वार शहर में भी 55 फ़ीसदी आबादी बढ़ी है। जिसकी पुष्टि ग्राम विकास एवं पलायन निवारण आयोग की रिपोर्ट में भी की गई है रोजगार की तलाश में अस्थाई रूप से गांव छोड़कर शहरों में लोग आ गए हैं । यदि समय रहते सरकार ने आवश्यक कदम नहीं उठाए तो आने वाले समय में पर्वतीय क्षेत्रों के साथ-साथ मैदानी क्षेत्रों में भी स्थिति विस्फोटक हो सकती है । पिछले 22 वर्षों में उत्तराखंड में रिकॉर्ड तोड़ प्लान बना है। दोनों सरकारों ने पलायन पर मात्र चिंता जाहिर की है। जमीनी स्तर पर कोई ठोस कदम नहीं उठाए, जिसका नतीजा आज पर्वतीय क्षेत्रों के साथ-साथ मैदानी गांव में भी कृषि जोत में भारी कमी आई है। इसका प्रमुख कारण सुविधाओं में कमी और बदहाल शिक्षा व्यवस्था और स्वास्थ्य व्यवस्था इसका प्रमुख कारण है ।आयोग की रिपोर्ट पर सरकार को तुरंत एक्शन में आकर ठोस कदम उठाने चाहिए।