हरिद्वार,पूर्व भारतीय क्रिकेटर और टीम इंडिया के हेड कोच रहे अंशुमान गायकवाड का बुधवार देर रात को 71 साल की उम्र में निधन हो गया है। वे लंबे समय से ब्लड कैंसर से पीड़ित थे। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने गायकवाड़ के इलाज के लिए 1 करोड़ रुपए की मदद भी की थी। अंशुमान की हालत को देख कपिल देव ने मदद का बीड़ा उठाया था. कपिल ने अंशुमान की मदद के लिए अपनी पेंशन डोनेट करने का फैसला किया था.
अंशुमान ने 27 दिसंबर 1974 को कोलकाता में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया था. टेस्ट मैच में उनकी आखिरी उपस्थिति साल 1984 के आखिरी दिन इंग्लैंड के खिलाफ शुरू हुए कोलकाता टेस्ट में रही.
गायकवाड़ ने 40 टेस्ट मैचों के अपने करियर में 30.07 की औसत से 1985 रन बनाए, जिसमें 2 शतक और 10 अर्धशतक शामिल रहे. उनका बेस्ट स्कोर 201 रन रहा, जो उन्होंने पाकिस्तान के विरुद्ध बनाया था. गायकवाड़ ने भारत के लिए 15 वनडे मैचों में भी शिरकत की, जिसमें उनके नाम पर 20.69 की औसत से 269 रन दर्ज हैं.
अंशुमन गायकवाड़ ने वनडे क्रिकेट में डेब्यू 1975 के वर्ल्ड कप में किया था. भारत और इंग्लैंड के जिस मैच को सुनील गावस्कर के धीमी बैटिंग के लिए याद किया जाता है, वह अंशुमन का डेब्यू मैच था. अंशुमन ने उस मैच में 46 गेंद पर 22 रन बनाए थे. सुनील गावस्कर उस मैच में 174 गेंद में 36 रन बनाकर नाबाद रहे थे.
1970 के दशक के ‘द ग्रेट वॉल’
आज भले ही क्रिकेटप्रेमी राहुल द्रविड़ को वॉल के रूप में जानते हों लेकिन 1970 के दशक में अंशुमन को ही द ग्रेट वॉल कहा जाता था. वे अपनी डिफेंसिस बैटिंग से विरोधी बॉलिंग अटैक को कुंद करने में माहिर थे.
दो साल रहे टीम इंडिया के कोच
अंशुमन गायकवाड़ करीब दो साल तक भारतीय क्रिकेट टीम के कोच भी रहे. भारतीय टीम ने उनके कोच रहते ही 1998 में शारजाह में त्रिकोणीय सीरीज में ऑस्ट्रेलिया को हराया था. अंशुमन उस टीम इंडिया के भी कोच थे, जो 2000 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में उपविजेता रही थी. सौरव गांगुली इस टीम के कप्तान थे.