हरिद्वार,बांग्लादेश में रविवार को विरोध प्रदर्शनों ने एक बार फिर जोर पकड़ लिया. इस दौरान हुई हिंसा में कम से कम 75लोगों के मरने की बात कही जा रही है. शाम से देश में कर्फ्यू है और मोबाइल इंटरनेट पर भी पाबंदी है. प्रधानमंत्री शेख हसीना का इस्तीफा मांग रहे हजारों लोगों ने रविवार को बांग्लादेश की सड़कों पर उतर कर विरोध प्रदर्शन किया.
मिली जानकारी अनुसार ढाका के शाहबाग चौराहे पर प्रदर्शनकारी छात्र और पुलिस के बीच भिड़ंत हो गयी। प्रदर्शनकारियों ने सरकार को टैक्स नहीं देने की अपील लोगों से की। वही रविवार को काम पर नहीं जाने की अपील की थी। प्रदर्शनकारियों ने रविवार को खुले कार्यालयों और प्रतिष्ठानों पर भी हमला किया।
आक्रोशित प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग कर रहे थे। हजारों प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को आंसू गैस और स्टन ग्रेनेट का इस्तेमाल करना पड़ गया। रविवार की शाम 6 बजे से देशभर में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगाये जाने की घोषणा कर दी गयी।
प्रधानमंत्री शेख हसीना का कहना है कि जो लोग अभी सड़कों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं वे छात्र नहीं हैं, बल्कि आतंकवादी हैं जो देश को अस्थिर करना चाहते हैं। उन्होंने देशवासियों से इन आतंकवादियों को सख्ती से दबाने की अपील की।