हरिद्वार, देश और भारत के अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम को जहर देकर मारने की कोशिश की गई वही उन्हें पाकिस्तान के कराची अस्पताल मे भर्ती कराया गया सोशल मीडिया पर लगातार खबरें जारी है दाऊद इब्राहिम मुंबई बम ब्लास्ट का मास्टरमाइंड है जो 1993 से लेकर अभी तक फरार चल रहा है पाकिस्तान ने उसे अपनी शरण में लेने से इनकार किया था लेकिन सुर्खियों में पता चल रहा है कि वह पाकिस्तान के कराची में रह रहा है
मिली जानकारी अनुसार अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की जहर दिए जाने की खबर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. दावा किया जा रहा है कि उसे कराची में जहर दिया गया है. पाकिस्तानी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही रिपोर्ट्स के मुताबिक हालत गंभीर होने की वजह से उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
दाऊद की गैंग के पूर्व सदस्य ने पुष्टि करते हुए बताया कि दाऊद गंभीर बीमारी के चलते कराची के अस्पताल में भर्ती है, दो दिन पहले उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उसे कड़ी सुरक्षा में रखा गया है और जिस फ्लोर पर वह एडिमट है, वहां किसी को भी जाने की इजाजत नहीं है. सिर्फ शीर्ष अधिकारियों और परिवार के करीबी लोग ही वहां जा सकते हैं.
जहर दिए जाने की अभी पुष्टि नहीं है. हालांकि बताया जा रहा है कि मुंबई पुलिस के अधिकारी दाऊद के करीबी रिश्तेदारों (भतीजे अलीशाह पारकर और साजिद वागले) से भी इस बारे में अधिक जानकारी लेने की कोशिश कर रहे हैं.
दाऊद इब्राहिम कासकर का जन्म दिसंबर 1955 में महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले में हुआ था. उसके पिता इब्राहिम कासकर पुलिस कांस्टेबल थे. बाद में दाऊद इब्राहिम का परिवार मुंबई के डोंगरी इलाके में बस गया था. 70 के दशक में दाऊद का नाम मुंबई के अंडरवर्ल्ड में तेजी से उभरने लगा था. पहले वो हाजी मस्तान गैंग में काम करता था. वहीं रहते रहते उसका प्रभाव बढ़ने लगा. उसके गैंग को लोग डी-कंपनी कहने लगे थे. वो उसका मुखिया माना जाता था.
1993 में मुंबई में हुए सीरियल ब्लास्ट का मास्टर माइंड वही था. धमाको को अंजाम देने के बाद वो भारत छोड़कर दुबई भाग गया था. इसके बाद उसने पाकिस्तान में अपना ठिकाना बनाया. अब वो अपने परिवार के साथ वहीं रहता है. उसके खिलाफ भारत में आतंकी हमला, मर्डर, अपहरण, सुपारी हत्या, संगठित अपराध, ड्रग्स, हथियारों की तस्करी जैसे कई मामले दर्ज हैं. साल 2003 में उसे ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किया गया था. साल 2011 में एफबीआई और फ़ोर्ब्स की एक लिस्ट में उसे दुनिया का तीसरा मोस्ट वांटेड भगोड़ा अपराधी बताया गया था.