हरिद्वार,मुजफ्फरनगर की नई मंडी थाने में गुरुवार को भारतीय किसान यूनियन तोमर के कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच तनाव की स्थिति बन गई। भाकियू तोमर के युवा प्रदेश अध्यक्ष अंकित चौधरी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने थाने का घेराव किया।कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर भ्रष्टाचार और किसानों का शोषण करने का आरोप लगाया। अंकित चौधरी ने एक सप्ताह पहले 19 जून को प्रदर्शन की चेतावनी दी थी। इसके लिए गांव-गांव में बैठकें की गईं।
प्रकरण की पृष्ठभूमि यह है कि कुछ दिन पहले गांव कुकड़ा में मारपीट हुई थी, जिसमें पुलिस ने सात लोगों के खिलाफ एकतरफा मुकदमा दर्ज कर लिया। इसके विरोध में भाकियू तोमर कार्यकर्ता नई मंडी कोतवाली पहुंचे और आरोप लगाया कि दूसरे पक्ष द्वारा की गई छेड़छाड़ की घटना को नजरअंदाज कर दिया गया है।कार्यकर्ताओं की मांग थी कि दूसरे पक्ष के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया जाए। इसी को लेकर कोतवाली के बाहर प्रदर्शन चल रहा था।पुलिस का कहना है कि प्रदर्शनकारी मंदिर के पास ठेला लगाकर और गलत तरीके से दबाव बनाकर कार्यवाही कराना चाह रहे थे, जिससे कानून व्यवस्था बिगड़ने की स्थिति उत्पन्न हो गई। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए हल्का बल प्रयोग किया गया।
घटना के बाद यूनियन के जिला अध्यक्ष निखिल चौधरी मौके पर पहुंचे और थाने के बाहर धरने पर बैठ गए। बाद में थाना प्रभारी और सीओ से वार्ता कर ज्ञापन सौंपा गया, जिसके बाद धरना समाप्त हुआ और कार्यकर्ताओं को थाने से छुड़वाया गया।राष्ट्रीय अध्यक्ष संजीव तोमर ने पुलिस पर मनगढ़ंत आरोप लगाने का आरोप लगाया और चेतावनी दी कि पुलिस की इस कार्रवाई का उचित जवाब दिया जाएगा। उन्होंने कहा, “आज योगी के राज में किसी की हिम्मत नहीं जो पुलिस को छेड़े। पुलिस झूठे आरोप लगा रही है।”