हरिद्वार, लालू प्रसाद की किडनी ख़राब होने के चलते बिगड़ी तबीयत रिम्स अस्पताल मे चल रहा है इलाज डॉक्टर ने बातया की उनकी किडनी पूरी तरह खराब हो गयी जिसके चलते उनकी डायलेसिस की जरूरत पड़ सकती है इस बारे मे उन्होंने रिम्स अस्पताल के निदेशक को लिखित मे सुचना दी है पशुपालन घोटाला मामले में सजायाफ्ता राजद सुप्रीमो जितने दिन जेल में नहीं रहे उससे बहुत अधिक रांची के रिम्स (राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान) में रहे। बीमारी और इलाज के नाम पर करीब दो साल तीन माह से रिम्स में हैं। दुर्भाग्य यह कि रिम्स में भर्ती होने के बाद उनकी तबीयत बिगड़ती गई। एक तरफ चिकित्सक उनकी बीमारी को गंभीर समझ रहे हैं तो सीबीआइ इस लायक समझ रही है कि उन्हें रिम्स से जेल भेज देना चाहिए।
मिली जानकरी के अनुसार लालू के इलाज में जुटे डॉ उमेश प्रसाद ने बताया कि उनकी हालत कभी भी बिगड़ सकती है। इस बारे में स्पष्ट तौर पर कुछ कहा नहीं जा सकता है। हालत चिंताजनक है। इससे पहले शुक्रवार को झारखंड हाई कोर्ट ने लालू की जमानत याचिका की सुनवाई करते हुए इसे छह सप्ताह की तारीख दे दी। यहां लालू के वकील देवर्षि मंडल ने कोर्ट से समय की मांग की थी। बीते दिन की सुनवाई के क्रम में कांग्रेस नेता और सुप्रीम कोर्ट के वकील कपिल सिब्बल नहीं पहुंच पाए थे। इधर सीबीआइ ने कोर्ट में दाखिल किए गए अपने जवाब में कहा है कि लालू की हालत स्थिर है। वे रिम्स में भर्ती होने के बावजूद फोन से राजनीति कर रहे हैं। उन्हें फिर से रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय जेल भेजा जाना चाहिए। इधर शुक्रवार को झारखंड हाई कोर्ट में लालू प्रसाद यादव की ओर से चारा घोटाले के दुमका कोषागार मामले में दाखिल की गई जमानत अर्जी पर सुनवाई हुई। जस्टिस अपरेश कुमार सिंह की अदालत में केंद्रीय जांच एजेंसी की ओर से बीते दिन रिम्स से बिहार के भाजपा विधायक को फोन कॉल करने के मामले में बिहार में दर्ज हुई एफआइआर का हवाला देते हुए कहा गया कि लालू की हालत स्थिर है। उन्हें जेल भेजा जाना चाहिए। लालू की ओर से सजा की आधी अवधि काटे जाने और गंभीर बीमारियों से ग्रसित होने का हवाला देते हुए जमानत मांगी गई है।