किसान संसद के मॉनसून सत्र में लाए गए तीन नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं। किसान संगठनों की ओर से 8 दिसंबर को भारत बंद ऐलान किया गया कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के अलावा वाम दलों समेत विभिन्न गैर राजनीतिक एवं सामाजिक संगठनों ने भी बंद का समर्थन किया है, ऐसे में सड़क और रेल परिचालन को सामान्य बनाए रखना पुलिस-प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती होगी। वही बंद के दौरान कल भारत मे अलर्ट जारी किया गया है अधिकारियो ने बातया है कल भारत बंद को लेकर कड़ी सुरक्षा को मद्देनजर सभी जगह शांति सुनिचित की जाए
मिली जानकरी के अनुसार केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से जारी देशव्यापी दिशा-निर्देश में कहा गया कि राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेश के प्रशासकों को सुनिश्चित करना चाहिए कि कोरोना से बचाव को लेकर जो गाइडलाइन पहले जारी की गई है उसका पालन किया जाए। साथ ही प्रदर्शनों के दौरान शारीरिक दूरी बरकरार रखी जाए। राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों को ‘भारत बंद’ के मद्देनजर शांति बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं। वही इस दौरान सब जगह शांति बनी रहे साथ ही कड़ी चौकसी रखी जाए ताकि कहीं भी कोई अप्रिय घटना नहीं हो। हजारों की संख्या में किसान दिल्ली के सीमावर्ती इलाकों में प्रदर्शन कर रहे हैं। सरकार किसान नेताओं के साथ पांच दौर की बातचीत कर चुकी है लेकिन आंदोलन खत्म नहीं हो पाया है। किसान संगठनों के नेता तीनों कृषि कानून को रद करने मांग पर अड़े हुए हैं।