हरिद्वार, कारोनो की दूसरी लहर से मन मे एक डर है की इस कारोनो के चलते बच्चे परीक्षा कैसे दे पाएंगे वही पीएम ने कहा कि कोरोना काल के माहौल में बच्चों को तनाव देना उचित नहीं है. बच्चों की जान खतरे में नहीं डाल सकते हैं. 12वीं कक्षा के नतीजे समयबद्ध तरीके से एक अच्छी तरह से परिभाषित उद्देश्य मानदंड के तहत बनाए जाएंगे. सीबीएसई 12वीं बोर्ड परीक्षाओं के लिए इंतजार कर रहे छात्रों का इंतजार अब खत्म हो गया है. अब दसवीं की तरह 12वीं की परीक्षा भी कैंसिल कर दी गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पर मंगलवार को एक लंबी बैठक के बाद फैसला लिया है. बैठक के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि छात्रों की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता है. कोरोना के बीच बच्चों पर तनाव डालना ठीक नहीं है.
मिली जानकारी के अनुसर सुप्रीम कोर्ट में भी इस मामले पर सुनवाई चल रही थी। कोर्ट ने केंद्र से कहा था कि अगर आप पिछले साल की तरह परीक्षा रद्द न करने का निर्णय लेते हैं, तो उसका उचित कारण बतायेंगे। आज बैठक के बाद पीएम मोदी ने कहा कि स्टूडेंट्स के हित का ध्यान रखते हुए यह फैसला लिया गया है। पीएम ने कहा कि ‘कोविड के हालात अस्थिर हैं। देश के कुछ राज्यों में जहां माइक्रो-कंटेनमेंट जोन बनाकर संक्रमण का दर कम हो रहा है, वहीं कुछ जगहों पर अब भी लॉकडाउन लगा है। ऐसी परिस्थिति में पैरेंट्स, टीचर्स और स्टूडेंट्स खुद भी स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हैं। ऐसे तनावपूर्ण माहौल में स्टूडेंट्स पर बोर्ड परीक्षा में शामिल होने का दबाव नहीं डालना चाहिए