हरिद्वार, करोनो काल के चलते इस साल भी कावड़ यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। ऐसे में शिव जी के अभिषेक के लिए गंगा जल उपलब्ध कराने के विकल्प पर विचार किया जा रहा है। इसके तहत क्षेत्र विशेष के लोग टैंकर से गंगाजल ले जा सकते हैं। इस टैंकर से जल लेकर स्थानीय मंदिरों में जलाभिषेक किया जा सकता है। डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि उन्होंने इस संबंध में सभी अधिकारियों से बात की है। इसके तहत प्रत्येक थाना स्तर पर तैयारी की जाने की जरूरत है। थाना पुलिस अपने क्षेत्र की कांवड़ समितियों के साथ बैठक करेगी। इसके बाद यदि उस क्षेत्र से एक हजार लोग कांवड़ लेकर आते हैं, उनमें से प्रतिनिधि के रूप में कुछ लोग टैंकर से गंगा जल ले जा सकते हैं। इसमें हरिद्वार पुलिस प्रशासन भी सहयोग करेगा। इससे न तो बेवजह भीड़ होगी और न ही आदेशों का उल्लंघन होगा। इस विकल्प पर लगभग सभी अधिकारियों ने सहमति जताई है।
कांवड़ यात्रा में सबसे अधिक श्रद्धालु हरियाणा व उत्तर प्रदेश के रहते हैं। 2019 में करीब तीन करोड़ कांवडिय़े हरिद्वार पहुंचे थे, जिनमें 31 फीसद हरियाणा व 27 फीसद उत्तर प्रदेश के थे। ऐसे में पुलिस की ओर से इस बार नारसन व मंडावली बार्डर पर अधिक सख्ती बढ़ाई जाएगी। इसके अलावा खानपुर, सहारनपुर, नजीबाबाद व पांवटा साहिब बार्डर पर भी सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे।
कांवड़ यात्रा के दौरान भले ही पुलिस कांवडिय़ों को बार्डर पर रोक सकती है, लेकिन जो कांवडिय़े बस व ट्रेनों से हरिद्वार पहुंचेंगे उन्हें रोकना कहीं न कहीं पुलिस विभाग के लिए चुनौती रहेगा। समन्वय बैठक में इस बात पर हुई चर्चा के दौरान यही हल निकाला गया कि इंटरनेट मीडिया व थानों के माध्यम से जनता को समझाने का प्रयास किया जाएगा।