हरिद्वार: जिलाधिकारी सी रविशंकर के निर्देश पर खाद्य आपूर्ति विभाग के अफसरों ने डेंगू विरोधी अभियान चलाया। जिसमें पानी में पनप रहे डेंगू का लार्वा नष्ट कराने के साथ ही जागरूक भी किया। सोमवार को चलाए गए डेंगू विरोधी अभियान में तहसील परिसर स्थित जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी कार्यालय समेत लक्सर, रुड़की, भगवानपुर के क्षेत्रीय कार्यालय, ज्वालापुर, भगवानपुर, बहादाबाद, रुड़की, लक्सर खाद्य गोदामों पर स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ मिलकर डेंगू का लार्वा नष्ट किया गया। इसके अलावा जनपद के सभी राशन डीलरों ने भी अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी केके अग्रवाल व जिला मलेरिया अधिकारी गुरनाम सिंह के नेतृत्व में चलाए गए अभियान में कई बेकार पड़े बर्तनों, प्लास्टिक के सामान, टायरों आदि में जमा पड़े पानी को नष्ट किया गया। डेंगू के लार्वा की पहचान कराकर उसे शहरवासियों को नष्ट करना सिखाया गया। इस मौके पर संदीप नेगी, पूनम सैनी मौजूद रहे
लोग ऐसे कर सकते हैं डेंगू से अपना बचाव
डेंगू से बचाव के लिए सोते समय मच्छर दानी का प्रयोग करें। पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहने, घर और परिसर को साफ-सुथरा और हवादार बनाएं। टूटे-फूटे बर्तनों, टायर, कंटनरों, कूलर एसी, फ्रीज के पानी निकासी तत्काल करें। पानी की अंडर ग्राउंड और छत की टंकी, घर के अंदर पानी जमा न होने दें। बुखार होने पर तुरंत स्वास्थ्य कार्यकर्ता से संपर्क करें।
दिन में काटता, साफ पानी में रहता है डेंगू का मच्छर
ग्रामीणों को बताया कि डेंगू का लार्वा स्वच्छ पानी में पनपता है। ग्रामीणों ने कहा हम समझते थे गंदगी से डेंगू का मच्छर पैदा होता होगा। डेंगू की बीमारी संक्रमित मादा एडिज मच्छर के कांटने से फैलती है। यह मच्छर दिन के समय कांटता है और साफ पानी मे अपने अंडे देता है। अंडे से लार्वा और लार्वा से वयस्क मच्छर तैयार होकर संक्रमण फैलाता है। बुखार, बदन दर्द, सरदर्द, आंखों के पीछे दर्द, जोडो़ं में दर्द, त्वचा पर लाल चकते या धब्बे नाक मसूडों या उल्टी से रक्त स्त्राव होना इस बीमारी के गंभीर लक्षण है