हरिद्वार,ज्वालापुर कोतवाली क्षेत्र में पुलिस और आयुर्वेदिक-यूनानी विभाग की टीम ने एक गोदाम में छापा मारकर अवैध तरीके से एक कंपनी के नाम पर नकली आयुर्वेदिक व यूनानी दवाएं बनाने का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी कंपनी का ही कर्मचारी रहा है। नौकरी छोड़ने के बाद अवैध तरीके से कंपनी के नाम से बिना लाइसेंस दवाओं का निर्माण कर रहा था। पुलिस ने मौके से भारी मात्रा में यूनानी दवाएं व इन्हें बनाने वाली सामग्री भी बरामद की है।
15 मई को शरीफी हर्बल, बढेड़ी राजपूतान की ओर से हरिद्वार स्थित जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी कार्यालय में शिकायत दी गई। शिकायत में बताया गया कि कोई व्यक्ति उनकी कंपनी के नाम से नकली दवाएं तैयार कर बाजार में बेच रहा है। इसके बाद 16 मई को ज्वालापुर कोतवाली को जांच के लिए पत्र भेजा गया।मंगलवार को राज्य औषधि अनुज्ञापन प्राधिकारी, देहरादून के निर्देश पर राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय, निरंजनपुर के चिकित्साधिकारी डॉ. अश्वनी कौशिक के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई। टीम ने पुलिस उपनिरीक्षक नरेश कुमार गंगवार और अन्य अधिकारियों के साथ अहबाबनगर स्थित एक गोदाम पर छापा मारा, जहां यह अवैध गतिविधि संचालित हो रही थी।
घर की तलाशी लेने पर 16 पेटी हलवा फौलादी, छह पेटी मेडिसिन रैपर, दो बोरी कच्चा माल, 20 कट्टे खाली प्लास्टिक डिब्बे और कैप्स, एक पेटी मेडिसिन लेबल, दो गैस सिलिंंडर, तीन हांडी और एक पिसाई मशीन बरामद हुई है।आरोपी फिरोज शरीफी हर्बल कंपनी में ही काम करता था। वहां से नौकरी छोड़ने के बाद अहबाबनगर में गोदाम किराये पर लेकर खुद दवाएं बनाकर लोगों को बेचने लगा। उन्होंने बताया कि मुकदमा दर्ज कर आरोपी फिरोज अंसारी को गिरफ्तार कर लिया गया। बुधवार को उसे कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है।