हरिद्वार, आपने देखा और सुना भी होगा कि हरिद्वार में ड्रग इंस्पेक्टर अनीता भारती अक्सर मेडिकल स्टोर पर छापे मारती है इस छापेमारी से अक्सर मेडिकल स्टोर संचालकों में हड़कंप मच जाता है कुछ लोग तो अपने मेडिकल स्टोर तक बंद कर भाग जाते हैं लेकिन यह क्या हुआ की मेडिकल स्टोर पर छापा मारने वाली लेडी सिंघम अनीता भारती की नजर सिडकुल की फार्मा कंपनी पर क्यों नहीं पड़ी क्या रहा कारण जो आज चंडीगढ़ से नारकोटिक्स टीम ने आकर सिडकुल क्षेत्र में फार्मा कंपनी पर छापा मारा इस दौरान 2.5 लाख प्रतिबंधित दवाइयां पकड़ी गई
चंडीगढ़ में टीम ने पिछले दिनों 60 हजार प्रतिबंधित गोलियों के साथ सात तस्करों को गिरफ्तार किया था। उनसे पूछताछ में पता चला था कि हरिद्वार की इस फार्मा कंपनी में नशीली गोलियां बनाई जा रही है। इस पर चंडीगढ़ से नारकोटिक्स टीम बुधवार को सिडकुल स्थित जेआर फार्मा कंपनी पहुंची। कंपनी में नशे की गोलियों का अवैध निर्माण होता पाया गया।
कार्रवाई के दौरान नशे के प्रयोग में लाई जाने वाली प्रतिबंधित गोलियां बरामद की गईं। कंपनी के दो कर्मचारियों को भी हिरासत में लिया गया है। जांच में यह भी पता चला है कि सिडकुल की एक अन्य कंपनी भी इस अवैध धंधे में शामिल है। एनसीबी की टीम वहां भी जांच कर रही है। फिलहाल कंपनी का मालिक फरार बताया जा रहा है।
जेआर फार्मा के उत्पादन को किया गया था प्रतिबंधित
सिडकुल की जिस फैक्ट्री में बुधवार को प्रतिबंधित दवाओं की खेप पकड़ी गई है उस पर जिले के ड्रग विभाग की ओर से जून 2024 में ही उत्पादन प्रतिबंधित किया गया था। ड्रग इंस्पेक्टर अनिता भारती ने बताया कि जेआर फार्मा का प्रोडक्शन जून 2024 में प्रतिबंधित कर दिया गया था। अब उसका लाइसेंस रद्द करने की कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रतिबंध के बाद से कितना उत्पादन किया गया और किन-किन राज्यों में दवाई की आपूर्ति की गई है इसकी भी विधिवत जांच की जाएगी। मामले में कंपनी मालिक के विरुद्ध मुकदमा भी दर्ज कराया जाएगा।