हरिद्वार , पंजाब में आज थाना अजनाला कि पुलिस की तरफ से गिरफ्तार किए गए वारिस पंजाब के मुखी अमृतपाल सिंह के साथी को रिहा करने की मांग को लेकर स्थिति तनावपूर्ण हो गई है। अमृतपाल के समर्थकों ने पुलिस का सुरक्षा घेरा तोड़कर थाने में खलीस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए हैं। पुलिस और समर्थकों के बीच हिंसक झड़प भी हुई है। समर्थकों ने तलवार भी चलाई, जिसके चलते पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं।
मिलि जानकारी अनुसार अमृतपाल सिंह के कुछ समर्थक सुबह थाना अजनाला के बाहर पहुंचे जहां पहले ही तैनात पुलिस बल ने उन्हें हिरासत में ले लिया। बाद में जब अमृतसर देहात के एसएसपी मौके पर पहुंचे तो हिरासत में लिए युवकों को छोड़ दिया गया। अजनाला और इसके आसपास के क्षेत्रों में तनाव का माहौल बना हुआ है। अमृतपाल सिंह ने चेतावनी दी थी कि अगर उस पर और उसके साथियों पर दायर एफआईआर बुधवार शाम तक रद्द न की गई तो वह अपने समर्थकों समेत थाना अजनाला का घेराव करने पहुंचेगा।
समर्थकों को रोकने के लिए थाना अजनाला से करीब 500 मीटर एरिया को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। इस एरिया में दुकानों को भी बंद करवा दिया गया है। थाने की तरफ जाने वाले रास्तों को भी बंद कर दिया गया है और लोगों को आने-जाने की इजाजत भी नहीं दी गई है।
15 फरवरी की रात अजनाला में पहुंचे चमकौर साहिब के बरिंदर सिंह को कुछ लोगों ने अगवा कर लिया था। जंडियाला गुरु के पास मोटर पर (जहां अमृतपाल भी मौजूद था) बरिंदर सिंह के साथ मारपीट की गई थी। जिसकी शिकायत पर अमृतपाल व उसके समर्थकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। वारिस पंजाब दे के प्रमुख भाई अमृतपाल सिंह ने अमित शाह को धमकी वाले बयान पर यू टर्न ले लिया है। अमृतपाल ने कहा – मैंने गृह मंत्री को किसी तरह की धमकी नहीं दी। अमित शाह ने मुझे धमकी दी है। एजेंसियां मेरा कत्ल करवाना चाहती हैं। इससे पहले अमृतपाल ने मोगा जिले के बुध सिंह वाला गांव में कहा था कि- इंदिरा ने भी हमें दबाने की कोशिश की थी, क्या हश्र हुआ? अब अमित शाह अपनी इच्छा पूरी कर के देख लें।