हरिद्वार, कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सदस्यता खत्म होने पर देशभर में कांग्रेसियों का प्रदर्शन जारी है जिसके चलते कई कांग्रेसी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है हरिद्वार में भी मेयर के पति अशोक शर्मा को पुलिस ने हिरासत में ले लिया इस बीच पुलिस से धक्का-मुक्की भी हुई पुलिस ने सत्याग्रह शुरू होने से पहले ही कांग्रेसियों को वहां से उठा लिया गया
मिलि जानकारी अनुसार राहुल गांधी की सदस्यता खत्म होने पर देश भर में जहां जगह कांग्रेसियों ने प्रदर्शन किया वहीं कांग्रेसियों ने आरोप लगाया कि भाजपा सत्याग्रह से डर गई है वही पुलिस का कहना है की विरोध प्रदर्शन की अनुमति नही ली गई इसलिए ये कार्यवाही की गई कांग्रेस ने हमेशा सत्याग्रह का रास्ता अपनाया है और इस संकल्प सत्याग्रह से भी केंद्र के लोगों को जगाने का काम कांग्रेस कर रही हैं। इस अवसर पर कांग्रेस के कई बड़े नेता धरना प्रदर्शन में मौजूद रहे। वह इस दौरान पुलिस ने कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार भी किया
इस मौके पर ज्वालापुर विधायक रविबहादुर ने कहा कि महात्मा गांधी के चरणों मे बैठ कर सत्याग्रह करना भी भाजपा की सरकार में अपराध हो गया है उन्होंने कहा कि अगर सरकार की नजर में सत्याग्रह करना भी अपराध है तो वे गिरफ्तारी को तैयार है उन्होंने सरकार द्वारा किये जा रहे इस बर्ताव को सरकार की हठधर्मिता बताया। वहीं इस मौके पर पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सतपाल ब्रह्मचारी का कहना था कि गांधी जी के देश मे अब सत्याग्रह करना भी अपराध हो गया है। कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत गिरफ्तारी के विरोध में जमकर हंगामा हुआ।
इसी क्रम में आज कांग्रेस ने दिल्ली में राजघाट के पर सत्याग्रह किया. सत्याग्रह को संबोधित करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि मेरे शहीद पिता का अपमान संसद में किया जाता है.प्रियंका ने कहा कि शहीद के बेटे का अपमान किया जाता है, उन्हें मीर जाफर कहा जाता है. मेरी मां का अपमान किया जाता है. प्रियंका गांधी ने कहा कि आपके मंत्री कहते हैं कि इनके पिता कौन हैं? आपके प्रधानमंत्री गांधी परिवार के लिए कहते हैं कि ये नेहरू उपनाम का इस्तेमाल क्यों नहीं करते? आप पर तो कोई केस नहीं होता, आपकी सदस्यता रद्द नहीं होती.प्रियंका गांधी ने कहा कि आप परिवारवादी कहते हैं तो भगवान राम कौन थे? क्या वो परिवारवादी थे? क्या पांडव परिवारवादी थे? प्रियंका गांधी ने कहा कि अहंकारी, तानाशाह जब जवाब नहीं दे पाते तो पूरी सत्ता को लेकर जनता को दबाने की कोशिश करते हैं.