हरिद्वार,उदय भारत सिविल सोसाइटी के पदाधिकारियों ने हरेला पर्व पर प्रेम नगर आश्रम नहर पुलिया पटरी पर पौधारोपण कर हरियाली का संदेश दिया। इस अवसर पर सोसाइटी की फाउंडर मेंबर हेमा भंडारी ने कहा कि हरेला पर्व हरियाली ,शांति ,समृद्धि और पर्यावरण संरक्षण के रूप में मनाया जाता है। हरेला पर्व पहाड़ के रिश्तो की डोर से जनमानस से जुड़ा हुआ है यह एक ऐसा अभियान है जो तमाम प्रदेशवासियों को संस्कृति और पर्यावरण दोनों को संरक्षित करने का काम करता है।
अनिल सती ने कहा कि हरेला पर्व का श्रावण मास में विशेष महत्व है। उत्तराखंड के अतिरिक्त हिमाचल प्रदेश में भी हरियाली के रूप में मनाया जाता है। हरेला पर्व पर्यावरण के साथ-साथ कृषि विज्ञान को भी समर्पित है। प्रकृति हमें प्राणवायु से लेकर हमारे जीवन चरित्र को संतुलन करने में हमारी मदद करती है उसी प्रकृति का आभार व्यक्त करने के लिए हरेला पर्व मनाया जाता है। प्रकृति को मानव से जोड़ने का सबसे लोकप्रिय पर्व हरेला है
धीरज फिटर और मयंक गुप्ता ने कहा की पूरे प्रदेश में उत्तराखंड का लोक पर्व हरेला बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है यह प्रकृति और मानव के बीच के प्रेम संबंधों को उजागर करता है। उत्तराखंड में जल, जंगल और जमीन का विशेष महत्व है। पर्यावरण संरक्षण हम सबकी जिम्मेदारी है। हरेला पर्व के माध्यम से पूरे विश्व को हरियाली का संदेश देने का उत्तम पर्व हरेला है। वृक्षारोपण करने वालों में हेमा भंडारी ,अनिल सती, धीरज पीटर, मयंक गुप्ता, अवंतिका रावत, अर्जुन सिंह, चेतन भंडारी मौजूद रहे।