हरिद्वार,कृषि भूमि को किस तरह से अवैध प्लाटिंग कर कंक्रीट के जंगल में बदला जा रहा है अगर ये देखना हे तो हरिद्वार के नूरपुर पंजनहेड़ी ग्रामीण क्षेत्रों में देखा जा सकता है
मिलि जानकारी अनुसार दरअसल पर्वतीय क्षेत्रों से तेजी से पलायन होकर लोगों ने मैदानी इलाको की ओर रूख किया है। ऐसे में ग्रामीण के इन इलाको में अवैध प्लाटिंग होने लगी है। अवैध प्लाटिंग के लिए बाग बगीचों का भी सफाया किया जाता है। अवैध प्लाटिंग करने वाले बेखोफ होकर भूखंडों को बेचकर मोटा मुनाफा कमा रहे हैं ग्रामीण में भी तेजी से कृषि भूमि पर अवैध प्लाटिंग देखने को मिल रही है। पर्यावरणविद् प्रशासनिक अधिकारियों से अवैध प्लाटिंग पर रोक लगाने की मांग कर रहे हैं।
वही मा० उच्च न्यायालय नैनीताल उत्तराखंड ने अतुल चौहान निवासी ग्राम नूरपुर पंजनहेड़ी, हरिद्वार की जनहित याचिका की सुनवाई करते हुए हरिद्वार सहित उत्तराखंड में प्रोपेर्टी डीलरो व नेता द्वारा ग्राम सभा व कृषि भूमि पे अवैध प्लाटिंग कर बेचने के मामले में तुरंत रोक लगाने के आदेश दिए व जिम्मेदार विभागों व लोगो को तथ्यो सहित हाई कोर्ट में पेश होने को कहाँ , जैसा कि ज्ञात है कि नूरपुर पंजनहेड़ी ग्राम में काफी समय से ग्राम सभा व कृषि भूमि पे अवैध प्लाटिंग का काला खेल लंबे समय से भगवाधारी नेता के संरक्षण में बदस्तूर चल रहा था जिसकी शिकायत कई ग्राम वासियो ने जिलाधिकारी , HRDA आदि विभागो में लगातार की लेकिन सिस्टम राजनीतिक दबाव में टच से मच न हुआ उसके उपरांत पंजनहेड़ी ग्राम निवासी अतुल चौहान ने मा० उच्च न्यालय उत्तराखंड में एक जनहित याचिका साक्ष्यों सहित डाली जिसको देखकर मा० जज ने इसपर तुरंत संज्ञान लेते हुए रोक लगा दी , जिससे सभी बिभाग व प्रॉपर्टी डीलरो में हड़कंप मचा है ,