हरिद्वार,प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने दिल्ली शराब नीति केस में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया। ED की टीम गुरुवार शाम 7 बजे केजरीवाल के घर 10वां समन और सर्च वारंट लेकर पहुंची थी। जांच एजेंसी ने दो घंटे तक पूछताछ के बाद रात 9 बजे यह कार्रवाई की इसके बाद रात 9 बजे ईडी ने अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने नारेबाजी कर रहे केजरीवाल के कई समर्थकों को भी हिरासत में ले लिया है. वहीं, आम आदमी पार्टी की नेता और मंत्री आतिशी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल गिरफ्तार होने के बाद भी सीएम बने रहेंगे.
मिली जानकारी अनुसार ईडी के अधिकारियों ने अरविंद केजरीवाल और उनके फैमिली मेंबर्स का मोबाइल फोन और दूसरे गैजेट्स जब्त कर लिए थे. सीएम हाउस के बाहर भारी पुलिस फोर्स की तैनाती की गई थी. केजरीवाल के घर के बाहर धारा-144 भी लगा दिया गया था. सूत्रों के मुताबिक, ईडी ने शराब नीति केस में अरविंद केजरीवाल को मास्टमाइंड बताया है.
2 नवंबर से 21 मार्च के बीच ED ने अरविंद केजरीवाल को पूछताछ के लिए 9 समन भेजे थे. लेकिन केजरीवाल कोई ना कोई बहाना बनाकर ED के सामने पेश नहीं हो रहे थे. वहीं जब उन्हें 9वां समन मिला तो वह इसके खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट पहुंचे थे. उनके द्वारा हाईकोर्ट में एक याचिका दायर कर मांग की गई थी कि अगर वह पूछताछ के लिए ED के सामने पेश होते हैं तो उन्हें गिरफ्तारी से सुरक्षा दी जाए. हालांकि हाईकोर्ट से केजरीवाल को राहत नहीं मिली. अब गिरफ्तारी के खिलाफ आम आदमी पार्टी सुप्रीम कोर्ट पहुंची है.
आम आदमी पार्टी का साफ कहना है कि केजरीवाल जेल से ही दिल्ली सरकार चलाएंगे. आप नेता और दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने एक न्यूज एजेंसी को केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी की योजना के बारे में बताया. उन्होंने कहा, “यह पार्टी के वरिष्ठ नेताओं द्वारा तय किया जाएगा. लेकिन अगर पूरी पार्टी जेल में है तो सरकार और पार्टी जेल से ही चलेगी. और यही भाजपा चाहती है कि हर कोई जेल में हो. वे चाहते हैं कि मुफ्त शिक्षा, मुफ्त बिजली, मुफ्त पानी, मुफ्त तीर्थयात्रा, अस्पताल और मोहल्ला क्लीनिक बंद हो जाएं लेकिन अरविंद केजरीवाल ऐसा नहीं होने देंगे.”