हरिद्वार, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जेल से रिहा होने के बाद अपनी पार्टी के समक्ष उपस्थित होकर अपने पद से इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया जिसकी खबर सुनते ही पार्टी के पदाधिकारी में हलचल मच गई वहीं अब देखना यह है कि सीएम पद के लिए आम आदमी पार्टी से कौन उम्मीदवार चुना जाता है
मिली जानकारी अनुसार मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि वह दो दिन बाद अपने पद से इस्तीफा दे देंगे और दिल्ली में समय पूर्व चुनाव कराने की मांग करेंगे. उन्होंने कहा कि जब तक लोग उन्हें ईमानदारी का प्रमाणपत्र नहीं दे देते, तब तक वह मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे.
केजरीवाल ने कहा कि जनता को तय करना है कि केजरीवाल ईमानदार है या बेईमान। चुनाव के बाद जनता ने चुना तो पद पर बैठूंगा। चुनाव होने तक पार्टी दो-तीन दिन में नया मुख्यमंत्री चुनेगी। सूत्रों के मुताबिक, आतिशी, कैलाश गहलोत, गोपाल राय, सौरभ भारद्वाज और सुनीता केजरीवाल में से कोई एक मुख्यमंत्री बन सकता है।
केजरीवाल क्या करेंगे: 5 अक्टूबर को हरियाणा में वोटिंग है। राज्य में कांग्रेस से AAP का गठबंधन नहीं हुआ है। इसके बाद यहां सभी 90 सीटों पर पार्टी ने प्रत्याशी उतारे हैं। केजरीवाल का पूरा फोकस अब हरियाणा में चुनाव प्रचार पर होगा। जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में भी केजरीवाल प्रचार कर सकते हैं।
केजरीवाल ने कहा, ‘कुछ लोग बोल रहे हैं, कि सुप्रीम कोर्ट ने कुछ कंडीशन लगाई है, पिछले 10 साल में इन्होंने कंडीशन लगाने में कोई कसर छोड़ी थी. केंद्र सरकार ने कानून बनाकर मेरे काम बंद करने की कोशिश की. इन कंडीशन को भी देख ली है. अगर आपको लगता है केजरीवाल ईमानदार हैं तो जमकर वोट देना मेरे पक्ष में. फरवरी में चुनाव हैं. मेरी मांग कि चुनाव तुरंत कराएं जाएं. नवंबर में महाराष्ट्र के साथ चुनाव कराएं जाएं. नए सीएम का चुनाव अगले 1-2 दिन में कराए जाएं. मनीष सिसोदिया ने भी कहा है कि वह भी डिप्टी सीएम और शिक्षा मंत्री का पद तभी संभालेंगे जब जनता की अदालत से छूट कर आ जाएं. ‘
केजरीवाल ने कहा, ‘ये हमारी ईमानदारी से डरते हैं, ये बिजली फ्री नहीं कर सकते हैं क्योंकि ये बेईमान हैं. कई राज्यों में इनकी सरकारें हैं लेकिन ये इलाज नहीं कर सकते हैं, स्कूल ठीक नहीं कर सकते हैं. इन्होंने हमारे खिलाफ ईडी छोड़ दी, सीबीआई छोड़ दी लेकिन हम ईमानदार हैं. ये मेरे ऊपर कीचड़ उछाल रहे हैं, सुबह शाम गाली देते हैं. लेकिन मेरे लिए बीजेपी मैटर नहीं करती हैं, मेरे लिए आप लोग मायने रखते हैं. मैंने जिंदगी में कुछ नहीं कमाया लेकिन इज्जत कमाई. मैंने इनकम टैक्स कमिश्नर की नौकरी छोड़ी 2000 से 2010 तक मैंने 10 साल तक नंद नगरी, सुंदर नगरी की झुग्गियों में बिताए. मैंने देखा कि लोग कैसे जीवन-यापन करते हैं.’