जन अधिकार पार्टी जनशक्ति की राष्ट्रीय महासचिव एवं प्रवक्ता ने आज चार धाम यात्रा पर प्रेस रिलीज जारी कर कहा कि उत्तराखंड की चार धाम यात्रा शुरू होने वाली है और इस बार भी सरकार चार धाम यात्रा पर निर्भर व्यवसाइयों के साथ खेल कर रही है। ट्रेवल्स व्यवसायी, होटल व्यवसायी परेशान है। पहले रजिस्ट्रेशन की प्रकिया को जटिल बना दिया। हेमा भंडारी ने कहा कि आज केदारनाथ धाम के IRCTC साईट पर टिकट खोले गए और खुलते हीं फुल दिखा दिए। जबकि उत्तराखंड के सभी ट्रेवल्स व्यवसाईयों को दिक्क़त का सामना करना पड़ रहा है। उत्तराखंड से बाहर के व्यवसायी ऑनलाइन केदारनाथ हेली टिकट कन्फर्म करके सोशल मिडिया पर प्रचार कर रहे है। इन लोगो पर कोई कार्यवाही सरकार द्वारा नहीं हो रही इसका मतलब है कि बड़े स्तर का फर्जीवाड़ा चल रहा है।
हेमा भंडारी ने सरकार की चार धाम यात्रा की तैयारियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि सच्चाई यह है कि उत्तराखंड सरकार चार धाम यात्रा के लिए तैयार नहीं है क्योंकि सड़के टूटी फूटी है और सरकार चार धाम यात्रा को 15 सुपर जोन 41 जोन और 137 सेक्टरों में बाँट कर अपनी पीठ थपथपा रही है। सरकार के पास श्रद्धांलुओं के लिए व्यवस्था नहीं है।
उत्तर प्रदेश सरकार इतना बड़ा कुम्भ बिना रजिस्ट्रेशन के करोड़ो श्रद्धांलुओं को स्नान करवा सकता है तो उत्तराखंड सरकार चार धाम यात्रा को क्यों नहीं करवा सकती
सरकार की मंशा साफ नहीं है उत्तराखंड की चार धाम नीतियों को चंद अफसर बना रहे हैं। जिनका उत्तराखंड को लेकर कोई सरोकार नहीं है। उत्तराखंड की दुर्दशा के लिए सरकार का ब्यूरोक्रेसी पर निर्भर होना मुख्य कारण है।