सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पर्सनल वेबसाइट के अकाउंट की हैकिंग की बात मान ली है। कंपनी ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी की वेबसाइट के अकाउंट के साथ जो हुआ है, हमें उसकी जानकारी है और हम उसे सुधारने में लगे हुए हैं।
ट्विटर के प्रवक्ता की तरफ से इस पर भारतीय मीडिया को ई-मेल के जरिए आधिकारिक बयान जारी किया गया है। कंपनी ने कहा कि अकाउंट को सुरक्षित करने के लिए कदम उठाए गए हैं। हम इस स्थिति की पूरी सक्रियता के साथ जांच कर रहे हैं। इस समय अभी हमें इस बारे में कुछ नहीं मालूम है कि अतिरिक्त अकाउंट्स पर कोई असर पड़ा है या नहीं। दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पर्सनल वेबसाइट का ट्विटर अकाउंट (@narendramodi_in) बुधवार देर रात को हैकर्स द्वारा हैक कर लिया गया, लेकिन कुछ ही देर में इसे सुधार भी दिया गया।
मिली जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री की पर्सनल वेबसाइट के ट्विटर अकाउंट पर एक मैसेज में हैकर्स ने लिखा, ‘मैं अपील करता हूं कि कोविड-19 के लिए बनाए गए पीएम मोदी रिलीफ फंड में डोनेट करें.’ हैकर ने दूसरे ट्वीट में लिखा, ‘यह अकाउंट जॉन विक (hckindia@tutanota.com) ने हैक किया है.’ हैकर्स ने यह भी लिखा है कि हमने पेटीएम मॉल हैक नहीं किया है. हालांकि इन बोगस ट्वीट्स को डिलीट कर दिया गया है.
बता दें कि 30 अगस्त को ऑनलाइन इंटेलिजेंस कंपनी-साइबल ने कहा था कि एक साइबर अपराध समूह ने पेटीएम मॉल के पूरे डेटाबेस में अप्रतिबंधित पहुंच प्राप्त कर ली और इसके बाद फिरौती की मांग की. साइबल ने कहा था, ‘साइबरक्राइम समूह उर्फ ‘जॉन विक’ पेटीएम मॉल एप्लीकेशन/वेबसाइट पर बैकडॉर/एडमाइनर अपलोड करने में सक्षम हो गया.’ हालांकि ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म ने इन दावों से इनकार किया था.
उल्लेखनीय है कि इससे पहले दुनिया भर में प्रमुख व्यक्तियों- अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा, पूर्व उप राष्ट्रपति जो बाइडेन के अलावा मार्क ब्लूमबर्ग और अमेजन के सीईओ जेफ बीजोस, माइक्रोसॉफ्ट के सह संस्थापक बिल गेट्स और टेस्ला के सीईओ एलोन मस्क के ट्विटर अकाउंट को एक साथ हैक कर लिया गया था. केनये वेस्ट और उनकी पत्नी किम कर्दाशियां वेस्ट जैसी सेलिब्रिटी के ट्विटर अकाउंट भी हैक किये गये थे. इन ट्वीट के जरिये एक अनाम ब्रिटक्वाइन पते पर प्रत्येक 1,000 डॉलर भेजने पर 2,000 डॉलर देने की पेशकश की गई थी. बिटकॉइन एक आभासी मुद्रा है. यह सिर्फ इंटरनेट पर उपलब्ध होती है और उसी के माध्यम से इसका लेन-देना होता है.