हरिद्वार,मेरठ-करनाल राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-709A) पर स्थित भुनी टोल प्लाजा पर 17 अगस्त की रात एक शर्मनाक घटना सामने आई, जिसमें टोल कर्मचारियों ने भारतीय सेना के जवान कपिल सिंह और उनके भाई शिवम के साथ बेरहमी से मारपीट की. इस घटना के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने सख्त कार्रवाई करते हुए टोल कलेक्शन एजेंसी, मेसर्स धरम सिंह एंड कंपनी पर 20 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है और कंपनी का अनुबंध समाप्त करने के साथ-साथ भविष्य में टोल प्लाजा की बिडिंग में भाग लेने से रोकने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
रविवार को गांव गोटका निवासी और वर्तमान में राजपूत रेजीमेंट में तैनात सैनिक कपिल कुमार जब भूनी टोल प्लाजा पहुंचे तो उन्होंने अपना आईडी कार्ड दिखाकर टोल फ्री निकलने की बात कही। आरोप है कि टोलकर्मियों ने न केवल उनका आईडी कार्ड और मोबाइल छीन लिया बल्कि उन्हें खंभे से बांधकर लाठी-डंडों से बेरहमी से पीटा। इस दौरान उनके कपड़े तक फाड़ दिए गए। बीच-बचाव करने आए उनके चचेरे भाई शिवम और पिता कृष्णपाल को भी पीटा गया। घटना का वीडियो वायरल होने के बाद ग्रामीणों में गुस्सा और भड़क गया।
सोमवार सुबह यह मामला और बिगड़ गया। गोटका गांव में पंचायत के बाद सैकड़ों ग्रामीण टोल प्लाजा पहुंचे और जमकर हंगामा किया। ग्रामीणों ने टोल बूथ पर तोड़फोड़ करते हुए बूम बैरियर तोड़ दिए और टोल को फ्री करा दिया। भीड़ के डर से टोल कर्मचारी मौके से फरार हो गए। ग्रामीणों ने टोल कंपनी का लाइसेंस रद्द करने और आरोपियों पर रासुका व गैंगस्टर एक्ट लगाने की मांग की।
इस पूरे विवाद में एनएचएआई (NHAI) ने भी सख्त कदम उठाया है। एजेंसी पर 20 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है और कंपनी को ब्लैकलिस्ट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। साथ ही एनएचएआई ने भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़े दिशा-निर्देश जारी करने की बात कही है।