हरिद्वार, श्री महाकालेश्वर मंदिर में बाबा महाकाल के सामने ही बुधवार को संतों और पुजारियों के बीच विवाद हो गया। इस दौरान जमकर मारपीट हुई। शर्मनाक बात यह है कि इस दौरान अश्लील शब्दों का प्रयोग किया गया। मामले की जानकारी मिलते ही मंदिर प्रशासन समिति ने जांच करने का भरोसा दोनों पक्षों को दिया। कलेक्टर और एसपी के पास भी ये मामला पहुंचा है। अधिकारी अब दोनों पक्षों को शांत कर मामला सुलझाने में जुटे हैं।
उज्जैन 6 घंटे पहले उज्जैन के श्री महाकालेश्वर मंदिर में बुधवार सुबह गर्भगृह में संत और मंदिर के पुजारी भिड़ गए। बात इतनी बढ़ गई कि दोनों में गाली गलौज, धक्का-मुक्की और हाथापाई तक हो गई। एक-दूसरे को देख लेने तक की धमकी दी। घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ मंदिर प्रशासक को शिकायत दी है।जानकारी के मुताबिक, बुधवार सुबह करीब 8 बजे ऋणमुक्तेश्वर मंदिर के गादीपति महंत महावीर नाथ, गोरखपुर के महंत शंकर नाथ जी के साथ गर्भगृह में दर्शन करने पहुंचे थे। इस दौरान गर्भगृह में मौजूद पुजारी महेश शर्मा ने दोनों संतों की वेशभूषा पर आपत्ति जताई। इस पर बहस शुरू हुई जो विवाद में बदल गई
इस घटना के बाद संत समाज में भारी नाराजगी देखी जा रही है। कई साधु-संतों ने इस विवाद को मंदिर की मर्यादा के विरुद्ध बताया है और मंदिर प्रशासन से संबंधित पुजारी पर कार्रवाई की मांग की है। स्थानीय अखाड़ा परिषद के बैनर तले साधु संत पहले मंदिर के प्रशासक के पास पहुंचे और अपना पक्ष रखा। इसके बाद कलेक्टर के पास पहुंचे और यहां भी अपना पक्ष रखा है। साथ ही उक्त पुजारी को मंदिर से निष्कासित करने की मांग की है।
मामले में मंदिर प्रशासक प्रथम कौशिक ने कहा कि महाकाल मंदिर प्रबंध समिति ने मामले की जानकारी मिलने के बाद जांच शुरू कर दी है। दोनों पक्षों से बातचीत की जा रही है। शीघ्र ही इस विवाद का सार्थक हल निकाला जाएगा इसी मामले में मंदिर के महेश पुजारी ने कहा कि मंदिर में साधु संतों ने विवाद किया है। महंत योगी महावीर नाथ प्रतिदिन मंदिर आते हैं और विवाद करते हैं। आज भी गर्भगृह में विवाद किया । मुझे गालियां दी। वे मंदिर की मर्यादा का पालन नहीं करते हैं । पुजारी की बात नहीं मानते हैं । उन्होने साधु के भेष में मंदिर की शांति भंग की है। मुझे जान से मारने की धमकी दी है। नियमों की अवहेलना करते हुए गर्भगृह में पगड़ी पहन कर आ गए।
वहीं, मामले में महंत योगी महावीर नाथ ने कहा कि वह गोरखपुर से आए साधु संत को लेकर दर्शन करने महाकाल मंदिर पहुंचे थे। गर्भगृह में महेश पुजारी ने अभद्र व्यवहार किया। महाराज की पगड़ी खुलवाई। उन्हें ऐसा आचरण नहीं करना चाहिए था। वह ब्राह्मण के नाम पर धब्बा है । कलेक्टर और मंदिर प्रशासक से चर्चा हुई है उन्हें निष्कासित करने की मांग की है।