हरिद्वार, उत्तराखंड में सियासी संकट लगातार गहराता दिखाई दे रहा है. देहरादून से लेकर दिल्ली तक इस राजनीतिक उठापटक की गर्माहट को न केवल महसूस किया जा सकता है बल्कि अब देखा भी जा सकता है. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री तक के चेहरे बदले जाने की चर्चाएं जोरों पर हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि 4 साल से उत्तराखंड की सरकार चला रहे त्रिवेंद्र सिंह रावत को बदलकर नया चेहरा लाया जाता है तो क्या बीजेपी का संकट खत्म हो जाएगा मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के राजभवन जाने की चर्चा. हालांकि राजभवन ने मुख्यमंत्री के राजभवन आने का खंडन किया है लेकिन यह भी कहा है कि यदि 2 बजे तक कोई उच्च स्तरीय निर्णय हो जाए तो कहा नहीं जा सकता है.
मिली जानकरी के अनुसार आज उत्तराखंड में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को बीजेपी हटाने का फैसला करती है तो पार्टी उनकी जगह किसे लाएगी. पिछले 3 दिनों से कई नाम ऐसे हैं जो मुख्यमंत्री के नए नाम के तौर पर देखे जा रहे हैं. नैनीताल से सांसद अजय भट्ट जो हरीश रावत को जबरदस्त पटखनी देकर संसद में पहुंचे हैं. वहीं, दूसरी ओर अनिल बलूनी हैं जो उत्तराखंड से राज्यसभा सांसद हैं और भाजपा नेतृत्व में अच्छी पकड़ रखते हैं.
इन दोनों के अलावा सतपाल महाराज का नाम भी सीएम की रेस में शामिल हैं. सतपाल महाराज कांग्रेस को छोड़कर भाजपा में आए हैं. पूर्व में केंद्रीय मंत्री रहे हैं, लेकिन मौजूदा समय में उत्तराखंड की त्रिवेंद्र सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं. उनका एक तरह से डिमोशन ही माना जा सकता है. वहीं, छोटे कद के मगर बड़े और गंभीर माने जाने वाले खांटी आरएसएस पृष्ठभूमि के नेता धन सिंह रावत का नाम भी सीएम की रेस में है. धन सिंह रावत जो पहली बार ही विधायक चुने गए हैं. दिल्ली और नागपुर दोनों के ही बेहद प्रिय और करीबी माने जाते हैं
अगर देखा जाए तो सीएम रावत के इस्तीफा देने के बाद दो नाम सबसे आगे है नंबर एक पर धनसिंह रावत, और दूसरा नाम अजय भट्ट का है वही अभी खबर आई है की हेलीकॉप्टर धनसिंह रावत को लेने के श्रीनगर रवाना हो गया है वही थोड़ी देर tsr की मीटिंग होनी है जिसमे सब साफ हो जायेगा