हरिद्वार,महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ विवादित टिप्पणी को लेकर केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. राणे ने रत्नागिरी कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी, जिसने अदालत ने खारिज कर दिया. हिरासत में लिए जाने के बाद अब राणे की रत्नागिरी कोर्ट में पेशी हो सकती है, इसके चलते अदालत की सुरक्षा बढ़ाई गई है. हिरासत में लिए जाने के बाद अब राणे का मेडिकल टेस्ट किया जाएगा. वहीं बॉम्बे हाईकोर्ट ने भी उनकी जमानत याचिका पर तत्काल सुनवाई से इनकार दिया. ऐसे में नाशिक पुलिस के विशेष दस्ते ने रत्नागिरी जाकर उन्हें हिरासत में ले लिया. इससे पहले शिवसेना नेताओं और कार्यकर्ताओं ने राणे के खिलाफ नाशिक, पुणे और महाड़ में तीन एफआईआर दर्ज कराई थीं. इस बयान के बाद शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी के बीच भी तनाव बढ़ गया है. वहीं चिपलून स्थित राणे के आवास के बाहर दोनों दलों के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प भी हुई. इस दौरान दोनों ओर खूब पथराव हुए, जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज तक करना पड़ा.
बता दें कि भाजपा लोकसभा चुनाव 2024 और उससे पहले कई राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर देशभर में जन आशीर्वाद रैली कर रही है। इसी कड़ी में सोमवार को (23 अगस्त) जन आशीर्वाद यात्रा महाराष्ट्र में कोकड़ के महाड़ इलाके में पहुंची। यहां नारायण राणे ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। प्रेस कॉन्फ्रेंस में राणे ने सीएम उद्धव ठाकरे पर हमला करते हुए कथिच रूप से अपशब्द कहे और थप्पड़ मारने तक की बात की। नारायण राणे ने कहा, “यह शर्मनाक है कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को स्वतंत्रता का वर्ष नहीं पता है। उन्हें अपने भाषण के दौरान वर्षों की गिनती पूछनी पड़ी और अगर मैं वहां होता, तो मैं उन्हें एक थप्पड़ मार देता।”
अब तक नारायण राणे के खिलाफ 4 FIR दर्ज हो चुके हैं। एक प्राथमिकी पुणे में, एक नासिक में, जबकि दो रायगढ़ जिले के महाड़ इलाके में दर्ज की गई है। भारतीय दंड संहिता की धारा 500, 505(2), 153(B)(1), 153 और 505 के तहत मामला दर्ज किया गया है। वहीं इस मामले में रत्नागिरी कोर्ट ने राणे की अग्रिम जमानत याचिका पहले ही खारिज दी है। वहीं अब बॉम्बे हाईकोर्ट ने भी नारायण राणे की अपील सुनने से इनकार कर दिया है।